Bihar: बिहार (Bihar) के समस्तीपुर (Samastipur) में एक ऐसा मामला पेश आया है जिसने सब को हैरत में डाल दिया है। दरअसल एक इंजीनियर ने डिविजन मैकेनिकल इंजीनियर (DME) का फर्जी आदेश दिखाकर माफिया को इंजन ही बेच दिया। यह इंजन पुराने जमाने का स्टीम इंजन था और पूर्णिया कोर्ट स्टेशन के पास काफी समय से खड़ा था।
रजिस्टर में की फर्जी एंट्री
आरोपी इतना शातिर कि मामला सामने ना आए इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर एक दरोगा की मदद से शेड के एंट्री रजिस्टर में एक पिकअप वैन की एंट्री करा दी। हालांकि एक सिपाही की रिपोर्ट के बाद इस मामले में जांच शुरू हुई और आरोपी का पर्दाफाश हो गया।
RPF दरोगा एमएम रहमान के बयान पर मंडल के बनमनखी पोस्ट पर FIR दर्ज की गई है। इसमें इंजीनियर राजीव रंजन झा, हेल्पर सुशील यादव समेत सात लोग आरोपी बनाए गए हैं। वहीं DRM अशोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर और हेल्पर के अलावा डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को सस्पेंड कर दिया गया है।
एफआईआर दर्ज होने के बाद फरार चल रहे इंजीनियर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है।
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