बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुरू हो गया है। 94 सीटों पर चुनाव होने वाले हैं। इसमे 17 जिलें शामिल हैं। बिहार चुनाव के दूसरे चरण में 1463 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला होना है। दूसरे चरण में जिन जिलों में वोटिंग हो रही है उनमें पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सीवान, छपरा, वैशाली, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर, नालंदा और पटना शामिल हैं।
इस चरण में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के चिराग तेजस्वी यादव की किस्मत का फैसला होना है। वह वैशाली जिले की राघोपुर सीट से मैदान में हैं, जो लालू यादव परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है। तेजस्वी का मुकाबला बीजेपी के सतीश यादव से है। सतीश यादव पहले विधायक रह चुके हैं।
ये वही सतीश यादव हैं जो लगातार तीसरी बार राघोपुर सीट से किस्मत आजमा रहे हैं। जेडीयू के टिकट पर सतीश यादव 2010 के चुनाव में इस सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को मात देने में सफल रहे थे। लेकिन 2015 के चुनाव में तेजस्वी यादव सतीश यादव को मात देकर अपनी मां की हार का हिसाब बराबर करने में कामयाब रहे थे। इस बार भी सभी की निगाहें राघोपुर सीट पर हैं, जहां तेजस्वी यादव बनाम सतीश यादव के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है।
दूसरे चरण की 94 सीटों पर वीआईपी नेताओं की किस्मत का फैसला होने वाला है यहां पर लालू परिवार से लेकर , महागठंबधन की लहर के साथ खुद को सीएम पद का दावेदार बताने वाली पुष्पम प्रिया चौधरी भी मैदान में उतरी हैं।
बांकीपुर: लव सिन्हा v\s पुष्पम प्रिया
बांकीपुर से अभिनेता और पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा कांग्रेस के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं। बीजेपी से तीन बार के विधायक नितिन नवीन के अलावा प्लुरल्स पार्टी की अध्यक्ष और सीएम उम्मीदवार पुष्पम प्रिया भी चुनौती पेश कर रही हैं।
परसा: चंद्रिका राय
सारण जिले की परसा विधानसभा सीट काफी हाई प्रोफाइल मानी जा रही है और इस बार यहां काफी कड़ा मुकाबला माना जा रहा है। जेडीयू के टिकट पर यहां से पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा प्रसाद राय के बेटे और लालू यादव के समधी चंद्रिका राय मैदान में उतरे हैं। वहीं आरजेडी के टिकट पर इस सीट से छोटे लाल राय चुनाव मैदान में हैं जबकि एलजेपी ने इस सीट पर राकेश कुमार सिंह को उतारा है। चंद्रिका राय के लिए उनकी बेटी एश्वर्या राय ने भी वोट मांगने का काम किया है, लेकिन देखना है कि वो अपने पिता को जिता पाती है कि नहीं।
पटना साहिब : नंद किशोर यादव
राजधानी पटना की सबसे वीआईपी विधानसभा सीट पटना साहिब से बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता नंद किशोर यादव चुनावी मैदान में हैं। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस के टिकट पर प्रवीण सिंह उन्हें टक्कर दे रहे है।
नालंदा: श्रवण कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा की सदर सीट से बिहार सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार की प्रतिष्ठा दांव पर है। इस बार वो यहां से त्रिकोणीय मुकाबले में फंस गए है।उनके खिलाफ महागठबंधन से कांग्रेस की टिकट पर गुंजन पटेल हैं।
हथुआ: रामसेवक सिंह
सारण जिले की हथुआ विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू नेता और बिहार सरकार में समाज कल्याण मंत्री रामसेवक सिंह मैदान में हैं। उनके सामने एलजेपी ने राम दर्शन प्रसाद उर्फ मुन्ना किन्नर को उम्मीदवार बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है। इसके अलावा यहां से महागठबंधन से आरजेडी प्रत्याशी राजेश सिंह कुशवाहा समेत 13 अन्य प्रत्याशी मैदान में हैं।
मधुबन: राणा रणधीर
पूर्वी चंपारण जिले की मधुबन विधानसभा सीट से राज्य सरकार में सहकारिता मंत्री और बीजेपी नेता राणा रणधीर चुनावी मैदान में हैं। उनके सामने महागठबंधन की ओर आरजेडी के टिकट पर मदन साह पहली बार चुनावी ताल ठोक रहे हैं।
चेरिया बरियारपुर: मंजू वर्मा
चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से नीतीश सरकार में समाज कल्याण मंत्री रहीं मंजू वर्मा को जेडीयू ने फिर से मैदान में है। मंजू वर्मा के सामने महागठबंधन से आरजेडी उम्मीदवार राजवंशी महतो ताल और एलजेपी से राखी देवी किस्मत आजमा रही है।
आनंद मोहन के बेटे और पत्नी
जेल में बंद बाहुबली आनंद मोहन के बेटे चेतन आनंद को आरजेडी ने शिवहर सीट से जबकि उनकी पत्नी लवली आनंद को साहरसा सीट से उतारा है। चेतन आनंद का मुकाबला जेडीयू के मौजूदा विधायक मो. शरफुद्दीन से है।
रोसड़ा: कृष्ण राज
रोसड़ा सुरक्षित विधानसभा सीट पर एलजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। यहां से एलजेपी के प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज के बड़े भाई कृष्ण राज को मैदान में है, जो चिराग पासवान के चचेरे भाई है। बीजेपी से वीरेंद्र कुमार और कांग्रेस ने नागेंद्र विकल को मैदान में उतारकर यहां की लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया है।
बता दें कि राजनेता मतदान करने के लिेए जनता से लगातार अपील कर रहे हैं लेकिन 9 बजे तक 5.70% तक ही मतदान हुआ है। वोटों की रफ्तार काफी धीमी है।
वहीं मतदान करने के लिेए पहुंची राबड़ी देवी ने कहा बिहार में बदलाव की गंगा बह रही हैै। राबड़ी देवी ने कहा इस बार महागठबंधन की जीत होगी। साथ ही सुशील मोदी को लेकर बिहार की जनता खफा है।
दरअसल मतदान करने के लिए जनता लंबे समय से लाइन में खड़ी थी। पर जैसे ही सुशील मोदी मतदान करने पहुंचे उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट दिया गया। इस बात से बिहार की जनता काफी खफा है।
पटना के सेंट जोसेफ हाई स्कूल में सुशील कुमार मोदी ने अपना वोट डाला। यहां सात बजे से वोटिंग शुरू हुई, लेकिन लोग सुबह करीब 6.30 बजे से ही लाइन में लगे थे। लेकिन जब सुशील मोदी आए तो वो सीधा वोट डालने चले गए।