कावेरी मुद्दे को लेकर विवादों में घिरी तमिल सुपरस्टार रजनीकांत स्टारर फिल्म ‘काला’ कन्नड़ समर्थक संगठनों के प्रदेशव्यापी विरोध के बावजूद गुरुवार को रिलीज कर दी गयी। इस बीच फिल्म की रिलीज के विरोध में प्रदर्शन कर रहे कन्नड़ समर्थक संगठन वटाल पक्ष के नेता वटाल नागराज और कन्नड़ रक्षणा वेदिके के नेता प्रवीण शेट्टी समेत कई कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। राज्य के विभिन्न हिस्सों में थियेटरों और मॉल के सामने प्रदर्शन से तनाव की स्थिति पैदा होने की रिपोर्ट हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने रजनीकांत की पुत्री एवं दामाद की ओर से प्रस्तुत याचिका पर सुनवाई के बाद फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध को लेकर कड़ा रूख अख्तियार करते हुए इसकी रिलीज की अनुमति दे दी और राज्य सरकार को थियेटरों के समीप सुरक्षा के इंतजाम करने के निर्देश दिये थे। विवाद की शुरुआत उस समय हुई थी, जब रजनीकांत ने चेन्नई में अपने बयान में कहा था, कि कर्नाटक सरकार को शीर्ष अदालत के आदेश के मुताबिक तमिलनाडु के लिए कावेरी नदी का पानी छोड़ देना चाहिए।
कर्नाटक फिल्म चेंबर ऑफ कामर्स अध्यक्ष एस आर गोविन्दु ने वितरकों और थियेटर मालिकों के साथ बैठक के बाद घोषणा की, कि भविष्य में रजनीकांत और कमल हासन की फिल्में रिलीज नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने फिल्म के विरोध पर टिप्पणी करने से इंकार किया है। इससे पहले उन्होंने वितरकों और थियेटर मालिकों को मौजूदा स्थिति में फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने के लिए कहा था।
वहीं इस फिल्म के रिलीज होने के बाद लोगों में खासा उत्साह दिखाई दे रहा है। चेन्नई में काला का पहला शो सुबह चार बजे से शुरू हुआ और चार बजे से पहले से ही मूवी के लिए लोगों की भीड़ थिएटर के बाहर उमड़नी शुरू हो गई। लोगों में रजनीकांत को लेकर दिवानगी इस हद तक देखने को मिल रही है कि थिएटर के बाहर लगे रजनीकांत के पोस्टर्स पर फैंस दूध चढ़ा रहे हैं।