UP Election 2022: जयंत के सहारे Yogendra Yadav ने भाजपा पर साधा निशाना, कहा- ये हुई न बात

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Yogendra Yadav
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UP Election 2022: बुधवार को भाजपा सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा ने जयंत चौधरी को न्योता दिया था। सियासी गलियारों में अभी इसी न्योते की चर्चा हो रही है। सांसद ने कहा कि पार्टी राष्ट्रीय लोक दल के प्रमुख जयंत चौधरी का अपने घर में स्वागत करना चाहती थी, लेकिन उन्होंने गलत रास्ता चुना। जिसके बाद जंयत चौधरी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मुझे अपने घर पर आमंत्रित न करें, उन 700+ किसानों के परिवारों से पूछो जिनके घर तुमने तबाह कर दिए। अब इस मामले में योगेन्द्र यादव की भी एंट्री हो गई है। उन्होंने आरएलडी प्रमुख के ट्वीट के रिट्वीट करते हुए लिखा कि ये हुई न बात! और उस न्योते पर 650 साल पहले सन 1570 में बीजेपी के अध्यक्ष की फोटो भी लगा देना!

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UP Election 2022: भाजपा ने जंयत को दिया था न्योता

बताते चलें कि सांसद परवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा कि जाट समुदाय के लोग उनसे बात करेंगे। जयंत चौधरी के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को नई दिल्ली में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट नेताओं के साथ बैठक की थी। अमित शाह ने भी बैठक में कहा कि भाजपा आगामी चुनाव के लिए जयंत चौधरी के साथ हाथ मिलाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने गलत घर चुना।

UP Election 2022
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वहीं अमित शाह की बैठक के कुछ घंटों बाद ही अखिलेश यादव की पार्टी के साथ उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ रहे रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भाजपा के कथित निमंत्रण के जवाब में एक ट्वीट पोस्ट किया था। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था कि मुझे अपने घर पर आमंत्रित न करें, उन 700+ किसानों के परिवारों से पूछो जिनके घर तुमने तबाह कर दिए।

UP Election 2022: पश्चिमी यूपी में रालोद की पकड़

बता दें कि जयंत चौधरी का ट्वीट उन 700 किसानों के लिए है, जिन्होंने केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों का विरोध करते हुए अपनी जान गंवा दी। एक साल से अधिक के विरोध के बाद, पीएम मोदी ने आंदोलन को समाप्त करते हुए नवंबर 2021 में कानूनों को रद्द करने की घोषणा की थी। गौरतलब है कि रालोद विधानसभा चुनाव में मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा,बागपत, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, शामली जैसे जिलों में मजूबती से चुनाव लड़ने की स्थिति में है। एक तरफ जहां पश्चिम यूपी की सीटों पर रालोद को सपा से चुनावी लाभ मिलेगा तो वहीं दूसरी ओर ब्रज के बड़े क्षेत्र में समाजवादी पार्टी को रालोद से गठबंधन का फायदा मिल सकता है।

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