Banaras Hindu University ने ‘हिन्दू धर्म’ में Post Graduation Course की शुरुआत की है। University ने इसे एक तरह का अलग और नया कोर्स बताया है। BHU के रेक्टर प्रोफेसर V.K Shukla ने इस नए कोर्स का उद्घाटन करते हुए बताया कि यह कोर्स दुनिया को हिन्दू धर्म के कई अज्ञात पहलुओं से अवगत कराएगा और साथ ही हिन्दू धर्म की शिक्षाओं को लोगों तक पहुंचाने में मदद करेगा।
Banaras Hindu University: विदेशी छात्र ने भी लिया दाखिला
BHU के प्रवक्ता के अनुसार, देश में किसी भी विश्वविद्यालय में पहली बार ऐसा कोई Course शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप इस कोर्स को तैयार किया गया है। यह कार्यक्रम भारत अध्ययन केंद्र द्वारा कला संकाय के तहत दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातत्व विभाग के सहयोग से पेश किया जाएगा। पहले बैच में एक विदेशी छात्र के साथ कुल 45 छात्र शामिल हुए हैं।
भारत अध्ययन केंद्र के द्वारा होगा संचालन
यह कोर्स ‘भारत अध्ययन केंद्र’ के कला संकाय के दर्शनशास्त्र और धर्म विभाग, संस्कृत विभाग और प्राचीन भारतीय इतिहास, संस्कृति और पुरातात्विक विभाग के सहयोग से चलाया जाएगा। वहीं इस कोर्स में दो वर्ष का समय दिया जाएगा और कुल 4 सेमेस्टर और 16 पेपर होंगे।
पंडित मदन मोहन मालवीय के सपने को किया गया पूरा
वाराणसी केंद्र के निदेशक डॉक्टर विजय शंकर शुक्ला ने बताया कि इस तरह के कोर्स को शुरू करने का विचार सबसे पहले 18वीं सदी के विद्वान पंडित गंगानाथ झा और पंडित मदन मोहन मालवीय ने दिया था लेकिन किन्हीं कारणों से इसे उस समय शुरू नहीं किया जा सका था पर अब इसे शुरू कर उन्हें और उनके विचारों को सम्मान दिया जा रहा है।
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