भारतीय नागरिक ‘कुलभूषण जाधव’ के परिवार के साथ की गई बदसलूकी से पूरा देश नाराज है, परिवार के साथ किए गए दुर्व्यवहार से पाकिस्तान को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। इस मामलें पर विदेश मंत्री ‘सुषमा स्वराज’ ने गुरूवार को लोकसभा में ब्यान देते हुए कहा, 25 दिसंबर 2017 को इस्लामाबाद में कुलभूषण की मां और पत्नी से राजनयिक माध्यमों से मुलाकात तय कराई गई थी। सुषमा ने कहा, सदन इस बात से अवगत है, कि हमने अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में जाधव के पक्ष में याचिका दायर की थी और ये याचिका जाधव की अस्थाई रूप से मृत्‍युदंड को रुकवाने में मददगार भी साबित हुई थी। बता दे, ये सजा कुलभूषण को पाकिस्तानी सैन्य अदालत द्वारा सुनाई गई थी।

पाकिस्तान ने रची साजिश: सुषमा  

Sushma Swarajविदेश मंत्री ने कहा, फिलहाल तो जाधव के जीवन पर मंडरा रहा खतरा टल गया है, लेकिन अब हम और मजबूत तर्कों के आधार पर जाधव को स्थाई राहत दिलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया, हम चाहते थे कि जाधव एक बार अपने परिवार से मिलें और हमें खुशी हैं कि पाकिस्तान ने इस मुलाकात के लिए स्वीकृति दी। लेकिन जानकर खेद हुआ कि पाकिस्तान ने इस मुलाकात को भी प्रोपेगेंडा बनाया। पाकिस्तान इतना निर्दयी कैसे हो सकता है कि उसने 22 साल बाद एक मां की अपने बेटे से और एक पत्नी के अपने पति से भेंट एक सोची समझी साजिश के तहत कराई।

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मीडिया ने किया परिवार का अपमान

सुषमा स्वराज ने कहा, पाकिस्तान कभी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ सकता, पाकिस्तान ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए समझौते का भी उल्लंघन किया है। भेंट से पहले ही ये बात तय की गई थी कि इस मुलाकात से दोनों देशों की मीडिया को दूर रखा जाएगा, इसके बावजूद भी इस भेंट में न सिर्फ पाकिस्तानी मीडिया को शामिल किया गया बल्कि मीडिया ने जाधव और उनकें परिवार के लिए अपशब्दों का भी उपयोग किया।

बिंदी, चूड़ी और मंगलसूत्र उतरवाए

Sushma Swarajपाकिस्तान ने बेशर्मी की सारी हदों को पार कर दिया हैं, पाकिस्तान ये बात अच्छे से जानता है कि जाधव की मां एक भारतीय नारी है और सिर्फ साड़ी पहनती है। इसके बावजूद भी जबरन उनके कपड़े उतरवाकर कुर्ता-पजामा पहनने के लिए मजबूर किया गया। सिर्फ इतना ही नहीं सुहागिन होते हुए भी दोनों नारियों को विधवा की तरह पेश किया गया। पाकिस्तान ने दोनों के जबरदस्ती चूड़ी, बिंदी और मंगलसूत्र उतरवा दिए।

मराठी में बात करने पर रोक

सुषमा ने बताया, जाधव की मां अपने बेटे से अपनी मातृभाषा मराठी भाषा में बात करना चाहती थी, लेकिन पाकिस्तानियों को ये भी मंजूर नहीं था। मां को मराठी में बात करने की इजाजत नहीं दी गई लेकिन मां के अड़ जाने पर इंटरकॉम बंद कर दिया गया ताकि वो लोग बात ही ना कर सकें।

जूते भी उतरवाए

विदेश मंत्री ने बताया, ये सारी हरकतें जान-बूझकर परेशान करने के लिए की जा रही थी ताकि पाकिस्तान जाधव के खिलाफ सबूत इकट्ठाकर सकें। यहां तक कि पाकिस्तान ने मां और पत्नी के जूते तक उतरवा लिए और अपनी ओर से दी गई चप्पल पहनने को कहा। मीटिंग खत्म होने के बाद बार-बार कहने पर भी दोनों ने जूते नहीं लौटाएं गए।

सुषमा ने बताया, पाकिस्तान का कहना है कि जूतों में रिकॉर्डर और कैमरा लगा हुआ था, इसलिए उतरवाए गए। लेकिन यहां बात ये उठती है कि भारत से पाकिस्तान पहुंचने तक दोनों की दो बार चेकिंग की गई तब तो कुछ नहीं निकला। तो अब अचानक से कैमरा, रिकॉर्डर या चिप कहां से निकल आई। शुक्र है पाकिस्तान ने ये नही कहा कि जूतों में बम हैं। इससे ये बात साबित होती है कि पाकिस्तान जाधव और उनके परिवार को फंसाने के लिए साजिश रच रहा है।

मां ने बताया, मेरा बेटा तनाव में था

मां ने बताया कि उनका बेटा बहुत तनाव में था और ऐसा लग रहा था कि वह सिर्फ वही सब बोल रहा है जों उसे जबरदस्ती बोलने के लिए कहा जा रहा है। इस कृत्य के बाद पाकिस्तान ने मानवता की सारी हदें तोड़ दी है। सुषमा स्वराज के इस भाषण से लोकसभा में पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगने लगें।

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