मून जाए -इन दक्षिण कोरिया के नए राष्ट्रपति बन गए हैं। आपको बता दें कि उत्तर कोरियाई शरणार्थी के बेटे और सुधारवादी नेता मून जाए-इन को दक्षिण कोरिया का नया राष्ट्रपति चुना गया है। इससे पहले पार्क गून हे वहां के राष्ट्रपति थे जिन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में राष्ट्रपति पद से बर्खास्त कर दिया गया था।

गौरतलब है कि अपने कार्यकाल में पूर्व राष्ट्रपति पार्क गून हे ने उत्तर कोरिया से सारे रिश्ते खत्म कर लिए थे। साथ ही उत्तर कोरिया पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया था। जबकि नए राष्ट्रपति मून जाए-इन सत्ता की कमान संभालने के बाद सबसे पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ ही बातचीत शुरू करेंगे। इससे साफ पता चलता है कि पहले और अब के राष्ट्रपति के नीतियों में कितना अंतर है।

मून के राष्ट्रपति बनते ही अमेरिका की टेंशन बढ़ गई है क्योंकि मून अमेरिका के कट्टर विरोधी हैं और कोरियाई प्रायद्वीप में अमेरिकी दखलअंदाजी को खत्म करने के लिए ही उन्होंने सबसे पहले उत्तर कोरिया से अपने संबंध बेहतर करने शुरू कर दिए हैं। उत्तर कोरिया से बेहतर रिश्ते बनाने के पक्षधर मून अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान की तारीफ भी कर चुके हैं, जिसमें उन्होंने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम से मुलाकात करने की बात कही थी।

अमेरिका की बढ़ती टेंशन का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि जैसे ही दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति को बर्खास्त किया गया तभी बिना वक्त गंवाए अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने दक्षिण कोरिया का दौरा किया। आपको बता दें कि अमेरिका ने दक्षिण कोरिया में थाड एंटी मिशाइल सिस्टम तैनात कर रखा है जिसका विरोध मून जाए-इन शुरू से करते आ रहे हैं।

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