पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में नक्सलबाड़ी के देवमनी नदी के पास ट्रेन की चपेट में आने से एक हाथी की मौत हो गई। ऐसे ट्रेनों की चपेट में आने से कई बार ऐसी ख़बरें सुनने और देखने को मिलती हैं लेकिन यह खबर थोड़ी अलग है। दरअसल यहाँ लोगों ने हाथी को शानदार और यादगार विदाई दी जिसकी चर्चा आज हर तरफ है।

किरणचंद्रा चाय बागन के पास जैसे ही हाथी का शव लोगों ने देखा उन्होंने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद कर्मचारी मौके पर पहुंचे। हाथी के शव को देखने के लिए इलाके के लोगों का भी जमावड़ा लग गया। लोगों ने अपनी संवेदना दिखाते हुए फूल-मालाएं डालकर हाथी को अंतिम विदाई दी। इस दौरान एक जानवर के प्रति मानवता के इस नज़ारे को देखकर सभी की आँखें भर आईं। आपको बता दें यह हादसा देर रात किरणचंद्रा चाय बागान इलाके के पास का है। जब अचानक रात के अंधेरे में हाथी रेलवे ट्रैक पर आ गया और ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई।

हाथी के अलावा अन्य जंगली जानवरों के साथ ऐसे हादसे अक्सर होते रहते हैं। इन हादसों के बारे में जानकारी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 2016 में केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय से एक रिपोर्ट तलब की थी। इसमें ऐसे हाथियों की संख्या बताने को कहा गया था जिनकी मौत ऐसे हादसों में हुई थी। इसके अलावा रेलवे के आंकड़ों की मानें तो देश की 24 फ़ीसदी ट्रेनें वाइल्ड लाइफ क्षेत्र से होकर निकलती हैं। इसके बाद कोर्ट ने रेलवे को आदेश देते हुए कहा था कि ऐसे क्षेत्रों में ट्रेनों की गति कम हो और रात में इनकी आवाजाही बिलकुल कम रखी जाए लेकिन इसके बावजूद जानवरों की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए न ही कोर्ट के आदेशों का पालन हुआ।

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