Afghanistan: संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करना चाहता है Taliban, Amir Khan Muttaqi ने Antonio Guterres को लिखा पत्र

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Amir Khan Muttaqi
Amir Khan Muttaqi's letter to Antonio Guterres

अफगानिस्तान (Afghanistan) में बंदूक के दमपर अशरफ गनी (Ashraf Ghani) को भगाने वाला तालिबान और महिलाओं, बच्चों, पत्रकारों के अधिकारों का हनन करने वाला तालिबान (Taliban) ने संयुक्त राष्ट्र से बड़ी गुहार लगाई है। तालिबान का कहना है कि उन्हें इस सप्ताह न्यूयॉर्क (New York) में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) में उन्हें विश्व के नेताओं को संबोधित करने का मौका दिया जाए। इस बाबत तालिबान ने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Secretary-General of the United Nations Antonio Guterres) को पत्र भी लिखा है।

Suhail Shaheen को बताया राजदूत

तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी (Amir Khan Muttaqi) ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को एक पत्र लिख इस संबंध में अग्रह किया है। मुत्ताकी ने सोमवार को समाप्त होने वाली महासभा की वार्षिक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान बोलने देने के लिए कहा। मुत्ताकी ने गुटेरेस को बताया कि, उन्होंने अपने दोहा (Doha) स्थित सुहैल शाहीन (Suhail Shaheen) को अफगानिस्तान के तरफ से संयुक्त राष्ट्र के लिए राजदूत नामित किया है।

एंटोनियों गुटेरेस के प्रवक्ता फरहान हक (Farhan Haq) ने आमिर खान मुत्ताकी द्वारा लिखे गए पत्र की पुष्टी की है। उन्होंने मीडिया को बताया कि अफगानिस्तान की संयुक्त राष्ट्र में जगह के लिए नौ सदस्यीय क्रेडेंशियल कमेटी (Credential Committee) को अनुरोध किया गया है। इस में कमेटी को चीन, रूस और अमेरिका शामिल हैं।

Taliban को संबोधन का नहीं मिलेगा मौका

इस मुद्दे पर हक ने साफ कहा है कि, इस हफ्ते तालिबान की समिति के साथ बैठक होने की संभावना बेहद कम है। इसलिए संबोधन भी नहीं हो पाएगा। बता दें कि, अशरफ गनी सरकार के समय गुलाम एम. इसाकजई (Ghulam M. Isakzai) को जुलाई में संयुक्त राष्ट्र में अफगानिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि के रूप में मंजूरी मिली थी। तालिबान ने देश पर कब्जा कर लिया और अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए हैं। ऐसे में तालिबान ने अपने पत्र में लिखा कि अफगानिस्तान में गनी का राज खत्म हो गया है। यहां पर नई सरकार बन गई है। ऐसे में इसाकजई को पद से हटा दिया जाए।

एंटोनियों गुटेरेस के प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि जब तक क्रेडेंशियल कमेटी कोई फैसला नहीं करती है तब तक गुलाम एम. इसाकजई अपने पद पर बने रहेंगे। 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र का आखिरी संबोधन होने वाला है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि, इसाकजई अफगानिस्तान की तरफ से बात रखेंगे या तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन संबोधित करेंगे।

कतर ने दुनिया से किया आग्रह Taliban को ना करें नजर अंदाज

22 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र में हुए संबोधन में कतर के शाह शेख तमीम बिन हमाद अल थानी ने दुनिया से आग्रह करते हुए कहा कि, वह तालिबान का समर्थन करें, तालिबान को दुनिया के साथ की जरूरत है।

शेख तमीम ने कहा कि कतर वर्षों पहले निर्वासन में रह रहे तालिबान के राजनीतिक नेतृत्व की मेजबानी करने के लिए तैयार हो गया था क्योंकि ‘‘हमें विश्वास था कि युद्ध से कोई समाधान नहीं निकलता और अंत में संवाद ही होगा।’’

SAARC Meet रद्द

न्यूयॉर्क में शनिवार को (South Asian Association for Regional Cooperation) की बैठक को रद्द कर दिया गया है। बाताय जा रहा कि, पाकिस्तान इस बैठक में तालिबान को शामिल करने पर जोर दे रहा था यही कारण है कि बैठख को रद्द कर दिया गया है। खबरों के मुताबिक, पाकिस्तान चाहता था कि तालिबान की नई सरकार को दक्षिण एशियाई देशों के संगठन सार्क (SAARC Meet) में शामिल कराया जाए ताकि उसे सहयोगी मिल सके। 

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