Festive Season में देश भर में हुआ सवा लाख करोड़ का व्यापार, China को 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान

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Diwali और अन्य त्योहारों के कारण सभी औद्योगिक संस्थान बंद हैं और अब देश भर में सामान्य व्यापारिक गतिविधियां 11 नवंबर से शुरू होंगी। इस वर्ष दिवाली पर लोगों ने जमकर बाज़ारों में खरीदारी की, जिससे व्यापारियों में आगे बेहतर व्यापारिक संभावनाओं की उम्मीद बढ़ी है।

Diwali और अन्य त्योहारों के कारण सभी औद्योगिक संस्थान बंद हैं और अब देश भर में सामान्य व्यापारिक गतिविधियां 11 नवंबर से शुरू होंगी। इस वर्ष दिवाली पर लोगों ने जमकर बाज़ारों में खरीदारी की, जिससे व्यापारियों में आगे बेहतर व्यापारिक संभावनाओं की उम्मीद बढ़ी है। दिवाली व्यापार से उत्साहित होकर अब देश भर के व्यापारी आगामी 14 नवंबर देव -उठान एकादशी से शुरू होने वाले शादियों के सीजन की बिक्री के लिए दुगने जोश से जुट गए हैं ।

देश में लगभग सवा लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान

कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया ने कहा, इस वर्ष की दिवाली के त्यौहारी सीजन में पूरे देश में लगभग सवा लाख करोड़ रुपये का व्यापार होने का अनुमान है, जो पिछले 10 वर्षों में दिवाली सीजन में व्यापार का एक रिकॉर्ड आंकड़ा है। अकेले दिल्ली में लगभग 25 हजार करोड़ का व्यापार हुआ है।

देश भर में भारतीय दिवाली – लोकल दिवाली मनाया गया

कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि इस बार देश भर के बाज़ारों में चीनी सामान नहीं बिका और ग्राहकों का ख़ास जोर भारतीय वस्तुओं की खरीद पर रहा, जिसके चलते चीन को 50 हजार करोड़ रुपये से अधिक के व्यापार का सीधा नुकसान हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आव्हान को देश भर के व्यापारियों ने मजबूती देते हुए देश भर में भारतीय दिवाली – लोकल दिवाली को उत्साहपूर्वक मनाया ।

छोटे व्यापारियों को फायदा

कैट ने कहा, दिवाली त्यौहार के पारंपरिक सामान जैसे मिट्टी के दीये, वंदनवार, लटकन, मिट्टी की हठरी, खांड के बने खिलौने, मिट्टी के चंडोल, मोमबत्ती के बने दिए, रंगोली आदि की खरीदारी से छोटे कुम्हारों, शिल्पकारों, हस्तशिल्पी तथा अन्य विधाओं के छोटे व्यापारियों को इस बार फायदा हुआ, वहीं दिवाली पर मुख्य रूप से मिठाई, ड्राई फ्रूट, पैक्ड नमकीन,अन्य खाने-पीने की पैक्ड वस्तुएं, फर्निशिंग फैब्रिक, टेपेस्ट्री, फुटवियर, गिफ्ट का सामान, एफएमसीजी सामान, इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स, घड़ियां, कंज्यूमर उत्पाद, रेडीमेड गारमेंट्स, कपड़ा, पैकेजिंग का सामान, खिलौने, बिजली की लड़िया एवं बिजली के एलईडी बल्ब, घर को सजाने के लिए डेकोरेटिव आइटम्स, बिल्डर हार्डवेयर, पेंट, रसोई के उपकरण, बर्तन, फर्नीचर एवं फिक्सचर, फैशन के वस्त्र, खाद्यान, किराना वस्तुएं, स्टेशनरी सहित अन्य वस्तुओं में जबरदस्त व्यापार हुआ ।

लगभग 9 हजार करोड़ रुपये के सोने के गहनों का व्यापार

इस वर्ष दिवाली पर सोने के गहनों एवं चांदी के बने सामान की जमकर खरीदी की गई ,जहां देश भर में सोने के गहनों का व्यापार लगभग 9 हजार करोड़ रुपये का हुआ। वहीं दिल्ली में यह व्यापारिक आंकड़ा लगभग 1300 करोड़ रुपये का रहा, जबकि पैकेजिंग कमोडिटी का व्यापार 15 हजार करोड़ रुपये का हुआ। इस दिवाली ने देश भर के व्यापारियों में एक नए उत्साह, उमंग और भविष्य के व्यापार की बड़ी संभावनाओं को देखते हुए व्यापार में नए तौर तरीके अपनाने के लिए प्रेरित किया है।

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