क्या Akhilesh Yadav और Azam Khan के बीच हो गयी सुलह? दोनों नेताओं के बीच की कड़ी बने कपिल सिब्बल

दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल को बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप राज्यसभा चुनाव के लिए समर्थन देकर सपा सुप्रीमों ने नाराज Azam Khan को मनाने की कोशिश की है।

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Akhilesh Yadav और Azam Khan
Akhilesh Yadav और Azam Khan ( फाइल फोटो)

Akhilesh Yadav: समाजवादी पार्टी के सुप्रीमों और राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव बुधवार को दिल्‍ली के सर गंगाराम अस्‍पताल में भर्ती आजम खान से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान उनके साथ कपिल सिब्‍बल भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि अब आजम खान की हालत में फिलहाल सुधार है। दरअसल, आजम खान को रविवार को अस्‍पताल में नियमित स्‍वास्‍थ्‍य जांच के लिए भर्ती कराया गया था। इसके पहले सोमवार को जम्‍मू-कश्‍मीर के पूर्व मुख्‍यमंत्री फारूख अब्‍दुल्‍ला ने भी आजम खान से मुलाकात की थी।

Azam Khan:
Azam Khan

Akhilesh Yadav यादव से नाराज थे Azam Khan

गौरतलब है कि अखिलेश यादव और आजम खान के बीच नाराजगी की बात राजनीतिक गलियारों में पिछले कई दिनों से सुर्खियों में है। बताया जा रहा है कि जेल से बाहर आने के बाद अखिलेश ने आजम से मुलाकात नहीं की, जिससे मुस्लिम नेता नाराज चल रहे हैं। इस बीच, अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल के साथ आजम की नजदीकियां भी बढ़ी हैं। वहीं आजम खान लगातार समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए भी दिखाई दिए हैं।

दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व नेता कपिल सिब्बल को बतौर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप राज्यसभा चुनाव के लिए समर्थन देकर सपा सुप्रीमों ने नाराज आजम को मनाने की कोशिश की है। दरअसल, आजम खान को कपिल सिब्बल ने ही सुप्रीम कोर्ट से जमानत दिलाई थी। अब इन दोनों की मुलाकात की खबर के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कपिल सिब्बल ने दोनों के बीच सुलह करा दी है।

Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav

कब जेल से रिहा हुए Azam Khan?

बता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान को सुप्रीम कोर्ट द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में अंतरिम जमानत दिए जाने के एक दिन बाद 20 मई की सुबह उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। खान के बेटे और विधायक अब्दुल्ला आजम, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के नेता शिवपाल सिंह यादव और बड़ी संख्या में समर्थकों ने सपा के वरिष्ठ नेता की रिहाई पर उनका स्वागत किया।

Azam Khan
Azam Khan

रामपुर लोकसभा उपचुनाव कब है?

बता दें कि उत्तर प्रदेश में राजनीतिक तापमान हमेशा चढ़ता रहता है। विधानसभा चुनाव के महीनों बाद, 23 जून को आजमगढ़ और रामपुर में होने वाले महत्वपूर्ण लोकसभा उपचुनावों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। दोनों सीटों को समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ माना जाता है। अध्यक्ष अखिलेश यादव और दूसरा पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान का कब्जा था।

सपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दोनों सीटें पार्टी के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण हैं और उम्मीदवारों का चयन विस्तृत चर्चा के बाद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी सीटों के महत्व को जानती है और इसलिए हम उन दोनों को जीतने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।

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