यूपी का मुख्यमंत्री बनने के बाद सीएम योगी आज अयोध्या दौरे पर हैं। योगी ने यहां रामलला के दर्शन किये और फिर हनुमानगढ़ी में पूजा अर्चना भी की है।  हनुमानगढ़ी में पूजा के बाद योगी ने  सरयू तट पर पूजा अर्चना  की और गंगा आरती की तर्ज पर अब सरयू आरती करने का भी ऐलान किया।  योगी ने सरयू नदी के घाटों को दुरुस्त करने तथा इसके विशेष रखरखाव के निर्देश भी दिए हैं।

CM Yogi in ayodhyaदरअसल योगी का अयोध्या से खास रिश्ता रहा है।  योगी के अनुसार यह अयोध्या दौरा न सिर्फ एक सीएम, बल्कि रामभक्त के तौर पर भी है।  मंदिरों में पूजा अर्चना के बाद यहां वह डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में पार्टी  पदाधिकारियों से विचार-विमर्श करेंगे।  इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों संग समीक्षा बैठक करेंगे योगी आज शाम महंत नृत्य गोपालदास के जन्मोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे।

आपको बता दें कि योगी का राम मंदिर से भी  पुराना रिश्ता है।  योगी के गुरु महंत अवैद्यनाथ के दिगंबर अखाड़े के महंत रामचंद्र परमहंस के साथ बेहद अच्छे संबंध थे।  अवैधनाथ रामचंद्र परमहंस राम जन्मभूमि न्यास के पहले अध्यक्ष भी  थे जिसे न्यास भव्य मन्दिर के निर्माण के लिए गठित किया गया था।   महंत अवैद्यनाथ खुद इसके सदस्य भी रहे हैं और तो और सुप्रीम कोर्ट ने 19 अप्रैल 2017 को जो आडवाणी समेत 13 और आरोपियों के खिलाफ साजिश का मामला दोबारा चलाने के आदेश दिया था, उसमें महंत अवैद्यनाथ का भी नाम था।   हालांकि उनके निधन के चलते उनका नाम हटा लिया गया है।  महंत अवैद्यनाथ ने अपने जीवित रहते अपनी विरासत अपने सबसे प्रिय और कर्तव्यनिष्ट शिष्य योगी आदित्यनाथ को सौंपी और उनको गोरखनाथ पीठ का उत्तराधिकारी बनाया।  इस तरह हम कह सकते हैं कि अप्रत्यक्ष तौर पर ही सही योगी का इससे रिश्ता  है।

वैसे भगवा ब्रिगेड का हमेशा से ही राम मंदिर का नारा  रहा है।  बीजेपी  राम मंदिर के नाम पर यूपी में अपनी राजनीति भी करती रही है।  बाबरी केस कोर्ट में है, केंद्र और राज्य दोनों में ही बीजेपी की सरकार है इसलिए बीजेपी की कोशिश होगी कि केंद्र और राज्य में अपनी सरकार होने का पूरा फायदा उठाकर अयोध्या मामले  को 2019 के लोकसभा चुनाव तक सियासी रूप से जीवंत रखे।

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