Bihar में अवैध बालू खनन को लेकर विजलेंस ने नीतीश सरकार में खनन मंत्री जनक राम के ओएसडी के तीन ठिकानों पर छापा मारा।
विजिलेंस का यह छापा पटना, अररिया और कटिहार में अब भी जारी है। पटना से निकली स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार, उनके भाई धनंजय कुमार और एक महिला मित्र रत्ना चटर्जी के तीन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर रही है।
छापेमारी में महिला मित्र के आवास से 15 लाख रुपये हुए बरामद
शुक्रवार की सुबह-सुबह स्पेशल विजलेंस के इस छापे से पूरे बिहार में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जा रहा है कि इस छापेमारी में विजलेंस टीम ने रत्ना चटर्जी के अररिया स्थित आवास से 15 लाख रुपये नगद बरामद किया है।
वहीं विजलेंस अधिकारियों को छापे के दौरान ओएसडी के भाई धनंजय कुमार के द्वारा रत्ना चटर्जी के खाते से बड़े लेनदेन के पुख्ता सबूत भी मिले हैं। विजिलेंस टीम ने साथ ही दिल्ली और पश्चिम बंगाल में अकूत सम्पत्तियों का भी पता लगाया और उनसे संबंधित कागजात भी जब्त किये हैं।
मंत्री जनक राम के OSD मृत्युंजय कुमार BPSC के वरिष्ठ अधिकारी हैं
जानकारी के मुताबिक मंत्री जनक राम के ओएसडी मृत्युंजय कुमार बिहार प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी हैं और मंत्री जनक राम के काफी भरोसेमंद भी माने जाते हैं। मंत्री जनक राम बिहार में इस समय भाजपा कोटे से नीतीश सरकार में खनन मंत्री हैं।
इससे पहले वो गोपालगंज से भाजपा के सांसद रहे थे लेकिन टिकट बंटवारे में गोपालगंज की सीट जदयू के खाते में चली गई थी। इसलिए जनक राम को गोपालगंज से दावेदारी छोड़नी पड़ी थी। इस बात से जनक राम भीतरखाने नाराज चल रहे थे और उन्हें मनाने के लिए भाजपा ने अपने कोटे से बिहार की नीतीश सरकार में उन्हें मंत्री बनवाया।
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