पूर्वी उत्तर प्रदेश के देवरिया में सीएम योगी आदित्यनाथ ने 207 करोड़ की लागत से बनने वाले राजकीय मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज का नामकरण देवरहा बाबा के नाम पर करने की घोषणा की।
सीएम ने कुल 460 करोड़ की 577 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद से लेकर वर्ष 2014 तक केवल 13 मेडिकल कॉलेज खुले थे। पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले दो साल में यूपी में 17 नए मेडिकल कॉलेज खोले गए।
देवरिया का मेडिकल कॉलेज 2021 तक चालू हो जाएगा। करीब 25 मिनट के संबोधन में सीएम ने देवरिया-कुशीनगर की बंद चीनी मिलों को चलवाने के संकेत दिए। कहा कि गन्ने से एथेनॉल और बॉयो फ्यूल तैयार किया जाएगा। इससे पेट्रोलियम पदार्थों के लिए विदेशों पर निर्भरता खत्म होगी।
देश में ही स्वदेशी ईंधन तैयार होगा। गोरखपुर के पिपराइच और बस्ती के मुंडेरवा में यह प्रयोग चल रहा है। अगर यह सफल रहा तो देवरिया की भी बंद मिलों को उससे जोड़ेंगे। देवरिया-कुशीनगर को सिर्फ चीनी का कटोरा नहीं, एथेनॉल और बॉयो फ्यूल का भी कटोरा बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि अनुसूचित जाति, शोषित व गरीबों की बात करने वालों ने कभी भी इनके लिए काम नहीं किया। भाजपा की सरकार ने जो कहा था वह करके दिखाया। लोगों को राशन, वृद्धा, विधवा व दिव्यांग पेंशन, निशुल्क स्वास्थ्य सेवा, आवास, शौचालय, बिजली कनेक्शन दिए गए।
सरकार की योजनाएं किसी जाति-मजहब के लिए नहीं बन रही, बल्कि हर तबके को जोड़ने का प्रयास किया गया है। समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्वनी चौबे ने सर्वे संतु निरामया: को सरकार की प्राथमिकता बताई। कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से इंसेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण संभव हो पाया है।