टुंडला जीआरपी ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। जीते जी ये शख्स अपने परिवार का दुलारा रहा होगा, लेकिन उसकी असमय मौत के बाद फिरोजाबाद जीआरपी ने उसका तमाशा बना दिया। एक एंबुलेंस तक नसीब नहीं होने दिया। टुंडला रेलवे स्टेशन पर एक युवक की मौत के बाद उसके शव को किसी एंबुलेंस मे न लाकर नगर निगम के कूड़े वाले रिक्शे मे लेकर जिला अस्पताल पहुंचकर इंसानियत को शर्मसार कर डाला। पुलिस ने एंबुलेंस की बजाय शव को नगर निगम से कूड़ा धोने वाले रिक्शा के लिए संपर्क किया। इसके बाद लाश को रिक्शा कर्मचारी जिला अस्पताल लेकर आया।

चन्द रुपयों को बचाने के लिए टुंडला जीआरपी ने इस युवक के शव को एम्बुलेंस मे न भेजकर फ़िरोज़ाबाद रेलवे स्टेशन तक ट्रेन से लेकर आई। इसके बाद कूड़े वाले रिक्शे के हवाले कर दिया और बाजारों से होते हुए जिला अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रुम पहुंची। पूछने पर सिपाही ने कहा, वह तो डेड बॉडी को हमेशा ऐसे ही अस्पताल लेकर आता है। ज्यादा जानकारी के लिए जीआरपी टुंडला के दारोगा से बात करने की नसीहत भी दे दी।

जिसने भी इसे देखा वो टुंडला जीआरपी कर्मियों की मर रही इंसानियत को देखकर उन्हें कोसता रहा। लेकिन यूपी में इंसान की मौत के बाद उसकी डेड बॉडी को एंबुलेंस नहीं मिलने और नहीं देने की ये खबर नई नहीं है। कभी मां-बाप अपने मृत बच्चों को कंधों पर तो कभी कोई संतान अपने पिता की लाश कंधों या खटिया पर ढोने को मजबूर है।

                                                                                                                         एपीएन ब्यूरो

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