केरल की एक हिंदू महिला बाल-बाल बच गई अन्यथा उसकी जिंदगी ऐसे बर्बाद होती कि शायद फिर भारत सरकार भी उसे बचा नहीं पाती। जी हां, केरल पुलिस ने 24 साल की एक युवती के जबरन धर्म परिवर्तन कराने और उसे सीरिया ले जाकर कट्टर आतंकी संगठन आईएस के हाथों सेक्स गुलाम के तौर पर बेचने की संदिग्ध योजना के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। महिला ने अपने पति पर आरोप लगाते हुए बताया है कि उसका पति उस पर बहुत अत्याचार करता है और वो अपने दोस्त के साथ मिलकर उसको आतंकवादी संगठन के हाथों बेचने के फिराक में था।
ऐसे में पुलिस ने तत्काल रूप से कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अरोपियों की पहचान फयास (24) और सियाद (48) के तौर पर की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि ये दोनों मुख्य आरोपी मोहम्मद रियास नामक एक अन्य व्यक्ति की मदद कर रहा था। बता दें कि उत्तरी परावूर के रहने वाले फैयाज और सियाद को कल एक महिला की शिकायत के आधार पर जांच के बाद गिरफ्तार किया गया। इस महिला को सऊदी अरब से बचाया गया और उसका परिवार उसे पिछले साल घर वापस लाया था। ये दोनों इस मामले के मुख्य आरोपी कन्नूर जिले के थालासेरी के रहने वाले मोहम्मद रियाज के मित्र हैं।
इस मामले में आईएस की बात सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस विशेष सतर्कता बरत रही है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘गिरफ्तार दोनों आरोपियों से इस बात का पता लगाना बेहद जरूरी है कि महिला का धर्मांतरण करा कर उसे आईएस आतंकियों के हवाले करने की साजिश तो नहीं रची गई थी।’ पुलिस ने रियास के देश छोड़ कर भागने की पुष्टि की है। साथ ही बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून (यूएपीए) की विभिन्न धाराओं के अलावा 120(बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। महिला ने पूछताछ के बाद बताया कि सऊदी अरब ले जाकर उसके पति ने उसे प्रताड़ित किया। बाद में उसे सीरिया के नजदीक सीमा पर एक घर में ले जाकर रख दिया गया। वहां उसका फोन ट्रैक किया जाने लगा और उसे एक कमरे में बंद करके रखा गया। किसी तरह उसने एक फर्जी आईडी के जरिए केरल में रह रहे अपने पिता से संपर्क किया।