उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर से की है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि केंद्र के 10% आरक्षण के फैसले से सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को बहुत लाभ मिलेगा।

इस ऐतिहासिक कदम के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए रावत ने कहा कि यह सबका साथ, सबका विकास के लक्ष्य को साकार करने में एक कदम और है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेंद्र मोदी 21 वीं सदी के आंबेडकर हैं।

गरीब माता-पिता के पुत्र, उन्होंने समाज के सभी वर्गों के गरीबों के बारे में सोचा है। आर्थिक आधार पर आरक्षण की मांग देश भर के सामान्य वर्ग की ओर से लंबे समय से की जा रही थी। फैसले से उन्हें काफी फायदा होने वाला है।

बता दें, मंगलवार को लोकसभा से आर्थिक आधार पर 10 फीसदी आरक्षण का बिल पास हो गया है। लोकसभा में आरक्षण संशोधन बिल के पक्ष में 323 वोट पड़े, सिर्फ तीन वोट विरोध में पड़े। लोकसभा में इस दौरान 326 सदस्य मौजूद थे।

दो तिहाई से ज्यादा सदस्यों के मौजूद रहने पर यह बिल पास हो गया है। अब यह बिल बुधवार को राज्यसभा में जाएगा।

प्रस्तावित आरक्षण अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग द्वारा प्राप्त मौजूदा 50 प्रतिशत आरक्षण से अलग है। अब कुल आरक्षण 60 प्रतिशत हो जाएगा।

पीएम मोदी ने इस बिल के लोकसभा में पास होने पर ख़ुशी ज़ाहिर करते हुए कहा, ‘यह भारत के इतिहास के लिए एक युगांतकारी क्षण है। यह प्रक्रिया समाज के सभी वर्ग के लोगों के बीच समानता लाने के लिए एक प्रयास है।’

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