बदायूं में हैवानियत की शिकार एक नाबालिग लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीड़िता ने खुदकुशी के पहले गांव के ही तीन दबंग युवकों पर गैंगरेप का आरोप लगाया था। खबर के मुताबिक 20 अगस्त को गांव के तीन युवकों पर तमंचे के बल पर लड़की को घर से अगवा कर एक सरकारी स्कूल में उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया। था। पुलिस ने आरोपी तीनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके एक को गिरफ्तार किया था।

पुलिस का दावा है कि लड़की और आरोपी के बीच 122 बार फोन पर बात हुई और मेडिकल रिपोर्ट में रेप की पुष्टि नहीं हुई। इसी बात से पीड़िता ने आहत होकर फांसी लगा ली।वहीं परिजनों का आरोप है कि आरोपी पक्ष उन पर केस को वापस नहीं लेने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था।

मामला बदायूं के थाना मूसाझाग क्षेत्र के एक गांव का है। पीड़ित परिवार ने पुलिस से भी शिकायत की थी। लेकिन उनकी एक नहीं सुनी गई। वहीं इस पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है।एसएसपी ने लड़की और आरोपी के बीच पुरानी दोस्ती की दलील दी है।

घटना के बाद पुलिस जागी तो बरेली रेंज के आईजी डी के ठाकुर ने पीड़िता के परिजनों से बात कर इंसाफ दिलाने का दावा किया।इस बेहद गंभीर मामले में पुलिस की कार्यशैली सवालों के घेरे में आ चुकी है। पुलिस ने लड़की के आरोपों पर विस्तार से जांच की बजाय लापरवाही से उसकी आरोपी के साथ पुरानी दोस्ती बता दी।इससे आत्मग्लानी में घिरकर नाबलिग लड़की ने खुदकुशी कर ली।

ब्यूरो रिपोर्ट,एपीएन

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