आपने अकसर देखा होगा कि शादियों को अनोखा बनाने के लिए लोग अलग- अलग तरीके अपनाते है, कही दूल्हा हेलीकॉप्टर से जाता है तो कहीं दूल्हा शादी को आकर्षित बनाने के लिए कोई अनोखा तरीका अपनाता है। कुछ इसी अनोखेपन को अपनाया है पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रहने वाले बीएचयू से वकालत करने वाले छात्र ने। छात्र ने शादी के समारोह को तो साधारण रखा लेकिन शादी के निमंत्रण कार्ड में मोदी की तस्वीर छपवाई है। कार्ड पर लिखा है- काशी में भोले शंकर का त्रिशूल और देश में कमल का फूल।
ये है उस शादी का कार्ड है, जिसकी चर्चा बनारस के हर गली हर चौराहे पर हो रही है । लेकिन जरा रुकिए खुद से कोई विचार बनाने से पहले हम आपको बता दें कि ये किसी बीजेपी के नेता या नेता के बेटे की शादी की कार्ड नही है। ये कार्ड है बनारस में रहने वाले आत्मा प्रकाश की शादी का, जो अपने नाम के आगे अपनी जाति लिखते नही हैं बल्कि जाति के जगह ये भारतवंशी लिखते हैं यानी ये भारत देश के निवासी हैं।
अब बात रही इनके शादी के अनोखेपन की तो इन्होंने शादी के कार्ड को नरेंद्र मोदी द्वारा बनारस के विकास से प्रभावित होकर कार्ड छपवाया है जिसमें श्री राम के साथ, गणेश जी हैं तो सिख, मुस्लिम और ईसाई धर्म के भी चिन्ह बने हुए हैं। यानि कार्ड के माध्यम से इन्होंने सबका साथ और सबका विकास का संदेश दिया है, जो कि नरेंद्र मोदी देते रहते हैं।
इसके अलावा इस कार्ड में एक खास बात और ये देखने को मिली कि इस कार्ड में इन्होंने लिखवाया है कि काशी में भोले का त्रिशूल और देश मे कमल का फूल। इनका मानना है कि जिस तरह से विकास नरेंद्र मोदी कर रहे हैं वो इन्हें और इनके परिवार को काफी प्रभावित करता है। इस कार्ड को लेकर इनके घरवाले भी काफी उत्सुक है और उनका मानना भी रहा है कि सबका साथ सबका विकास तभी होगा जब हम साथ होंगे ।
आत्मा प्रकाश वाराणसी के एक समाजसेवी संस्था से जुड़े हुए हैं। बनारस में इस अनोखे कार्ड को देखकर भले ही नरेंद्र मोदी के विरोधी इस युवक को अंधभक्त का नाम दें। इस युवक के इस कार्ड में भले ही बीजेपी का कमल खिल रहा हो लेकिन उसके साथ ही इस कार्ड से सर्व धर्म सम्भाव का संदेश भी मिल रहा है।
—रत्नेश राय, एपीएन