श्रीनगर में सीआरपीएफ की एक गाड़ी के नीचे आकर तीन लोग घायल हो गए हैं जिसमें से एक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। घटना के मीडिया में आने के बाद से ही हंगामा शुरू हो गया है। घटना श्रीनगर के नौहट्टा इलाके की बताई जा रही है। जहां सीआरपीएफ के एक सीनियर अधिकारी को छोड़कर ड्राईवर जब वापस लौट रहा था तभी कुछ पत्थरबाज़ों की भीड़ ने पहले तो पूरी तरह से गाड़ी को घेर लिया और फिर पत्थरबाज़ी करने लगे। जिसके बाद ड्राइवर जैसे ही अपनी जान बचाकर गाड़ी को वहां से निकालने की कोशिश करने लगा, तभी गाड़ी के पहिये के नीचे तीन लोग आ गए। बता दें कि घटना के बाद से सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट रहा है। और तरह तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कुछ लोगों का यह भी कहना है कि पहले गाड़ी के नीचे एक युवक आ गया, जिससे वह घायल हो गया। उसके बाद ही भीड़ उग्र हो गई।
वहीं इस बारे में एक पुलिस अधिकारी ने बताया, कि यह घटना उस वक्त की है, जब सीआरपीएफ की गाड़ी अपने सीनियर अधिकारी को छोड़कर वापस आ रही थी। तभी प्रदर्शनकारियों ने गाड़ी को निशाने पर ले लिया। हालांकि, अभी तक घटना पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है। लेकिन जो वीडियो फुटेज सामने आया है, उसमें साफ-साफ दिख रहा है कि सीआरपीएफ की गाड़ी भीड़ से घिरी हुई है और भीड़ उस गाड़ी में घुसने की कोशिश कर रही है, और ड्राइवर को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है।
बता दें कि युवक को कुचलने के आरोप में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर की सीआरपीएफ यूनिट पर 2 एफआईर दर्ज किए हैं और मामले में जांच शुरू कर दी है। पत्थरबाज की मौत के बाद आरपीसी की धारा 18 और 19/2018 u/s 307, 148, 149, 152, 336, 427 और 279 के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है।
हालांकि, सोशल मीडिया पर मौजूद कुछ तस्वीरों में यह भी देखा जा सकता है कि सीआरपीएफ की गाड़ी ने एक युवक को कुचल दिया, जिसके बाद यह प्रदर्शन तेज हो गया। बता दें कि इस मामले पर अभी तक मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
वहीं इस मामले में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए कहा, इससे पहले उन्होंने कश्मीरी युवक को जीप के सामने बांधा और प्रदर्शनकारियों को डराने के लिए गांव के चारों ओर घुमाया। अब वे प्रदर्शनकारियों पर सीधे अपनी जीप चढ़ा रहे हैं। क्या यह आपका नया तरीका है मुख्यमंत्री साहिबा? सीजफायर का मतलब नो गन्स, इसका मतलब जीप का इस्तेमाल होगा?
Earlier they tied people to the fronts of jeeps & paraded them around villages to deter protestors now they just drive their jeeps right over protestors. Is this your new SOP @MehboobaMufti sahiba? Ceasefire means no guns so use jeeps? https://t.co/42W6vGAPVi
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) June 1, 2018
वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता जुनैद आजिम ने ट्वीट करते हुए कहा, कि सीआरपीएफ की गाड़ी पर हमला किया गया है, हां, यह सही है। हालांकि, यह स्थानीय पुलिस की विफलता है कि उन्होंने सीआरपीएफ की जिप्सी को करीब 200 अक्रामक भीड़ के बीच से गुजरने की अनुमति दी।