बिहार के भोजपुर जिले के एक युवक की हत्या में शामिल होने के संदेह में उग्र भीड़ ने एक महिला के कपड़े फाड़ उसे निर्वस्त्र करके घुमाया। इस दौरान भीड़ ने उस महिला की बेरहमी से पिटाई भी की। वहीं इस मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही पर पटना क्षेत्र के आईजी नैय्यर हसनैन खां ने सख्त कार्रवाई करते हुए बिहिया के एसएचओ सहित 8 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है।
जिले के एसपी को सभी दोषियों के खिलाफ जांच कर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। बिहिया थानेदार के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी चलेगी। यह घटना 20 अगस्त बिहिया के रेलवे स्टेशन के पास की है।
दरअसल रेलवे स्टेशन के पास 19 वर्षीय विमलेश कुमार नाम के युवक का शव बरामद हुआ था। यह आशंका थी कि विमलेश की हत्या कर दी गई है। विमलेश के नजदीकी लोगों ने बिहिया रेलवे स्टेशन के पास रहने वाली एक महिला पर हत्या का शक जताया था। इसके बाद सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए और ग्रामीणों ने स्थानीय बाजार में कई दुकानों और महिला के घर में आग लगा दी। बेकाबू भीड़ ने महिला को खींचकर सड़क पर निकाला और सरेआम उसके कपड़े फाड़ दिये और उसे निर्वस्त्र करके घुमाया। इस दौरान महिला की पिटाई भी की गई।
मौके पर पहुंची बिहिया पुलिस पर भी आक्रोशित लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस को स्थिति पर काबू पाने के लिए करीब 19 राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। गौरतलब है कि आरा में तीन दिनों के अंदर तीसरी बार पुलिस को गोली चलानी पड़ी है।
पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने बताया कि भीड़ ने पास से गुजर रही ट्रेन पर भी पथराव किया गया। उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को लोगों को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी। भीड़ की ओर से भी गोलीबारी की गई। उन्होंने वहां स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि इस मामले में एफआईआर दर्ज किये जाने के साथ भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास जारी है।