आज देश में बेटियां खतरे में है। किसी भी राज्य में बेटियां सुरक्षित नहीं रह गईं है। घर, ऑफिस, सड़क कहीं भी बेटियां महफूज नहीं है। हर रोज छेड़खानी, रेप, गैंगरेप की वारदात सामने आती हैं। मेरठ में एक 14 साल की लड़की ने छेड़खानी से परेशान होकर आत्महत्या करने की कोशिश की है अब लड़की मौत और जिंदगी के बीच जंग लड़ रही है। वहीं परिजन पुलिस से कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। अस्पताल में भर्ती पीड़ित और उसके परिजनों ने न्याय की गुहार के लिए पोस्टर लगा दिए हैं। इधर एसएसपी का कहना है कि दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। बाकी दो की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी और मामले की तफ्तीश की जा रही है और तथ्यो के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल मेरठ में एक लड़की ने मनचलों से परेशान होकर खुद पर तेल छिड़कर आग लगा ली। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि लड़की को मनचला काफी दिनों से परेशान कर रहा था और उस पर दोस्ती करने का दबाव बना रहा था। घटना के बाद छात्रा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है। छात्रा के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने 6 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज कर लिया है और सभी की तलाश कर रही है। घटना के बाद छात्रा के परिजनों में कोहराम मचा है।
घटना सरधना के गांधीनगर मास्टर कॉलोनी की है। जहां 10वीं में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा को कस्बे के रहने वाले राजवंश बागड़ी, रोहित सैनी, अमन और दीपक छोड़छाड़ और अश्लील हरकत किया करते थे। आरोपी युवकों ने पीड़िता को रास्ते में रोककर जबरन मोबाइल फोन देते हुए उसे धमकी दी थी कि अगर वह रात को उनसे बात नहीं करेगी तो इसके परिणाम की जिम्मेदार वह खुद होगी। आरोपियों ने उसका वीडियो बनाकर वायरल करने की भी धमकी दी थी। छात्रा ने इस बात की जानकारी अपने परिजनों को दी। युवती के पिता लड़कों के परिजनों से मिले। वहीं लड़के के परिजनों ने उल्टा आरोप लड़की पर ही लगाना शुरु कर दिया, अपनी बेइज्जती महसूस कर लड़की ने मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। पीड़िता के पिता ने योगी और मोदी से इंसाफ की गुहार लगाई है।
वहीं ऐसे में सवाल उठता है कि बेटियों के साथ कब तक अत्याचार होता रहेगा? आखिर बेटियां कहां महफूज हैं ? आखिर कब रुकेगी छेड़खानी जैसी वारदात ? सरकार कब आरपियों के खिलाफ लेगी एक्शन ?
ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन