सुबोध कुमार जायसवाल को सीबीआई का नया डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। जायसवाल 1985 बैच के IPS अधिकारी है। पीएम मोदी की अगुवाई में हुई बैठक में शामिल भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने जायसवाल के नाम पर मुहर लगाई है। वे दो साल तक इस पद पर रहेंगे। सुबोध कुमार जायसवाल महाराष्ट्र के DGP और ATS चीफ रह चुके हैं। अभी वह CISF के डायरेक्टर जनरल हैं। 58 साल के जायसवाल 2022 में रिटायर होंगे।

मंगलवार को पर्सनल मिनिस्ट्री ने जायसवाल की नियुक्ति का आदेश दिया है। बता दें कि, CBI डायरेक्टर का पद फरवरी से खाली है। अभी अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा इसके अंतरिम प्रमुख हैं।

वरिष्ठ आईपीएस आधिकारी साफ छवि के माने जाते हैं। पुलिस सेवा में उन्हें बेहतरीन काम के लिए प्रेसिडेंट पुलिस मेडल से सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें जासूसों का मास्टर कहा जाता है। इन्होंने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में भी अपनी सेवाएं दी हैं। वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं। जायसवाल ने कई बड़े मामलों की जांच लीड की है।

बता दें कि सीबीआई डायरेक्टर की रेस में यूपी के डीजीपी एचसी अवस्थी का नाम तीसरे स्थान पर था लेकिन लगा रहा था कि अवस्थी को ही सीबीआई का जिम्मा मिल सकता है। इस सूची में SSB के DG कुमार राजेश चंद्रा और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी का नाम भी शामिल था।

36 साल के कैरियर में चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम कर चुके सुबोध कुमार ने एक कार्यक्रम में बताया था कि वे झारखंड के छोटे से गांव से हैं। ग्रेजुएशन और MBA करते हुए उन्होंने तीन बार नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) का एग्जाम दिया, लेकिन तीनों बार नाकामयाब रहे। उन्होंने तब बताया था कि UPSC का एग्जाम क्लियर करने के बाद उन्हें पता नहीं था कि इसके बाद नौकरी कौन सी मिलनी है।

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