पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने के खिलाफ सपा के जनसभा के आयोजन पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये गुरूवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बढती लोकप्रियता से सपा अध्यक्ष अखिलेश को अब महसूस होने लगा है कि उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हे और उनकी पार्टी को सिरे से खारिज कर दिया है।
भाजपा के प्रदेश महासचिव विजय बहादुर पाठक ने कहा कि सपा के शासनकाल में उत्तर प्रदेश भ्रष्टाचार और अराजकता की गर्त में समाया हुआ था। मार्च 2017 में लोगों ने सपा को सत्ता से बेदखल कर भाजपा को पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का जनादेश दिया। अब जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार की लोकप्रियता चरम पर है तो सपा के नेता और कार्यकर्ता अराजकता का माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ”
उन्होंने कहा कि 22 दिसम्बर 2016 को जब सपा सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखी थी जो उस समय न तो कोई भूमि अधिग्रहित की गयी थी और न ही एक्सप्रेस वे के निर्माण की कोई अनुमति मिली थी। आधारशिला का यह ड्रामा लोगों को बेवकूफ बनाकर विशुद्ध रूप से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश मात्र थी।
पाठक ने कहा कि इसी तरह सपा सरकार ने लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे का उदघाटन तो कर दिया मगर यहां वाहन चलाने की अनुमति नही दी। भाजपा के सत्ता में आने के बाद एक्सप्रेस वे के जरूरी सुविधाये जुटायी गयी और फिर इसे विधिवत जनता के लिये खोल दिया गया। अाधी अधूरी परियोजनाओं का उदघाटन कर सपा ने राजनीतिक फायदा लेने की नाकाम कोशिश की थी मगर जनता सपा की मंशा को भांप चुकी थी और यही कारण है कि पिछले विधानसभा चुनाव में उसे मुंह की खानी पडी।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 14 जुलाई को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की आधारशिला रखने के विरोध में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरूवार को आजमगढ में एक रैली का आयोजन किया है। इससे पहले सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया था कि नोयडा में प्रधानमंत्री ने दक्षिण कोरया के सहयोग से सैमसंग की जिस फैक्ट्री का उदघाटन किया था। वह वास्तव में उनके कार्यकाल की परियोजना थी।