अपने ट्वीट को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय एक बारफिर सुर्खियों में हैं। इस बार भी उनके एक ट्वीट के कारण काफी बवाल मचा हुआ है।
अपने एक ट्वीट में तथागत रॉय ने भारतीय जनसंघ (अब भारतीय जनता पार्टी) के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की डायरी का जिक्र करते हुए लिखा है कि ‘श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने 10 जनवरी 1946 को अपनी डायरी में लिखा है कि हिन्दू और मुस्लिम समस्या बिना गृह युद्ध के हल नहीं की जा सकती। लिंकन की तरह! ’
रॉय के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर उनकी आलोचना शुरू हो गई। कई लोगों ने कहा कि रॉय का ट्वीट साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने वाला है और इसके लिए उनकी गिरफ्तारी की जाए। इस पर रॉय ने एक अन्य ट्वीट में कहा, मुझ पर आरोप लग रहे हैं कि मैं गृहयुद्ध को बढ़ावा दे रहा हूं। लेकिन मैं यह साफ कर दूं कि मैंने मुखर्जी की डायरी में लिखे शब्दों को ट्वीट किया है। मैं किसी चीज की वकालत नहीं कर रहा।
उन्होंने इसके बाद लिखा, ‘मैंने 70 साल पहले बंटवारे से पूर्व कही गई बात का उल्लेख किया है जो भविष्यवाणी जैसी थी। यह भविष्यवाणी सात महीने बाद ही सच साबित हुई थी जब जिन्ना ने गृह युद्ध छेड़ दिया था।’
इससे पहले भी कई बार तथागत रॉय के ट्वीट से विवाद हो चुका है। वह ट्विटर पर खुद को धर्मनिरपेक्ष नहीं ‘हिंदू’ बताते हैं। उन्होंने हाल ही में एक मस्जिद का पोस्टर शेयर किया था, जो तथाकथित रूप से संगीत पर पाबंदी लगा रहा था। इसके साथ उन्होंने लिखा था कि यह इस्लामिक स्टेट या सऊदी अरब नहीं बल्कि पश्चिम बंगाल है।
1993 मुंबई बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन के फांसी के समय भी उनके एक ट्विट को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा था कि याकूब मेमन के अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोग संभावित आतंकवादी हो सकते हैं और उन पर कड़ी नजर रखनी चाहिए।