पद्मश्री Kangana Ranaut के भीख में मिलने वाली आजादी वाले विवादित बयान पर उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। एक निजी टीवी चैनल के साथ बातचीत में कंगना ने कहा था कि साल 1947 में हमें जो आजादी मिली थी, दरअसल अंग्रेजों ने उसे भीख में दिया था। बकौल कंगना असली आजादी तो 2014 के बाद में मिली। कंगना के कहने का आशय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्तासीन होने से था। पीएम मोदी पहली बार साल 2014 में प्रधानमंत्री बने थे।
कंगना के इस बयान के बाद पूरे देश में भूचाल मचा हुआ। हर ओर से इस बयान की आलोचना हो रही है और लोग इसे शहीदों-स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बता रहे हैं।
कंगना रनौत के बयान के विरोध में शिवसेना ने चलाया हस्ताक्षर अभियान
कंगना के आलोचना के इसी क्रम में अब शिवसेना भी मुंबई में मुखर हो गई है। कंगना रनौत एक फिल्म अभिनेत्री हैं और वह मुंबई में ही रहती है। शिवसेना ने मुंबई के बोरीवली पूर्व में कंगना के इस बयान के खिलाफ जमकर प्रदर्शन हुआ।
इस प्रदर्शन का नेतृत्व मगाथाने विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना विधायक प्रकाश सुर्वे ने किया। प्रदर्शनकारियों ने बोरीवली कस्तूरबा पुलिस स्टेशन के पास कंगना रनौत के खिलाफ प्रदर्शन किया और हस्ताक्षर अभियान चलाया।
शिवसेना ने इस मामले में बताया कि क्षेत्र की अधिकांश जनता ने मौके पर कंगना रनौत के खिलाफ हस्ताक्षर अबियान में भाग लिया और उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजने की मांग की। शिवसेना का आरोप है कि कंगना के यह आपत्तिजनक बयान भाजपा से प्रेरित है।
शिवसेना ने कंगना के गिरफ्तारी की मांग की
इस मामले में विधायक प्रकाश सुर्वे ने मुंबई पुलिस से मांग की है कंगना रनौत के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करके फौरन गिरफ्तार करे। विधायक सुर्वे ने कहा कि हाल में कंगना को पद्मश्री अवार्ड दिया गया और उसके बाद उन्होंने इतनी निंदनीय बात की है। इसलिए शिवसेना मांग करती है कि कंगना इस सम्मान के योग्य नहीं है, इसलिए पद्मश्री का सम्मान कंगना से वापस ले लेना चाहिए।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ देश में दुर्भावना फैलाने वाला बयान देने पर गोलबाजार थाने में अपराध दर्ज करने की मांग करते हुए आवेदन दिया। पुलिस अफसरों ने मामले की जांच कर अपराध दर्ज करने का आश्वासन दिया है।
कंगना के बयान पर सांसद वरुण गांधी ने उन्हें आड़े हाथ लिया। वरुण गांधी ने कंगना रनौत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कंगना के बयान को पागलपन कहा जाए या देशद्रोह? वरुण गांधी ने ट्वीट किया, ‘कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार।’
शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कंगना के बयान पर कहा, ‘लाइन में नई रुचि पाठक, 99 साल लीज पर मिली आजादी से लेकर भीख में मिली आजादी तक, झाँसी की रानी सहित हमारे स्वतंत्रता सेनानियों का सारा खून, पसीना और बलिदान को खारिज कर दिया सिर्फ गुरु को खुश करने के लिए। व्हाट्सएप इतिहास के प्रशंसक।’
वहीं कमाल राशिद खान ने कंगना के इस बयान पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कंगना को Brainless कह दिया है। उन्होंने कहा कंगना की इस बात को सुनकर स्वतंत्रता सेनानी स्वर्ग में रो रहे होंगे।
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