अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले पर यूं तो पूरे देश में अलग अलग प्रतिक्रियाएं और आक्रोश देखने को मिला लेकिन अब तक का सबसे तीखा हमला बीजेपी के साथ सत्ता में सहयोगी रही शिवसेना ने किया है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गोरक्षकों पर निशाना साधते हुए कहा कि “अगर आतंकियों के बैग में गोमांस होता तो गोरक्षक क्या करते? हमने इन गोरक्षकों के बारे में बहुत सुना है अब वो जाएं और आतंकियों से लड़ें।”
इसके अलावा शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि “गोरक्षक जो हिंदुत्व और देश के नाम पर हिंसा कर रहे हैं, उन्हें कश्मीर जाकर आतंकियों से लड़ना चाहिए।”
दरअसल दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार रात एक बस पर हुए आतंकवादी हमले में 6 महिलाओं समेत 7 अमरनाथ तीर्थयात्री मारे गए थे और 19 अन्य घायल हुए थे। मृतकों में से 5 गुजरात के रहने वाले थे, जबकि 2 महाराष्ट्र के थे।
शिवसेना अध्यक्ष ने 1996 में अमरनाथ यात्रा पर हुए हमले का जिक्र करते हुए बालासाहब को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे बालासाहब ने एक चेतावनी के जरिए अमरनाथ यात्रा सुरक्षित करवाई थी। अब तो देश में हिंदुवादी सरकार है इसके बाद भी अमरनाथ यात्री सुरक्षित नहीं हैं।
आगामी त्योहार के लिये विभिन्न गणेश मंडलों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कल उद्धव ने कहा, “वह (भाजपा) कहा करते थे कि खेल, संस्कृति आदि को राजनीतिक मुद्दों में नहीं लाया जाए। आज आतंकवादी हमले के रूप में धर्म और राजनीति साथ आ गई है। क्या हमें समझना चाहिए कि अगर उनके थैले में हथियारों की जगह गाय का मांस होता तो उन आतंकवादियों में से कोई भी जीवित नहीं होता।”
इसके अलावा उन्होंने कश्मीर पर मोदी सरकार के रुख और कदम पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि, “गोरक्षकों का मुद्दा आज उठ रहा है। क्यों आप इन गोरक्षकों को आतंकवादियों से लड़ने के लिये नहीं भेजते हो।” इतना ही नहीं उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि अगर भाजपा सरकार कश्मीर घाटी में उनके मुद्दों का समाधान करने के लिये अलगाववादियों से बातचीत कर सकती है तो वे निश्चित तौर पर धूमधाम से गणेशोत्सव मनाने के उत्सुक लोगों के साथ बातचीत कर सकते हैं।