मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड को लेकर जिला मजिस्ट्रेट ने बड़ी कार्रवाई की है। जिलाधिकारी ने आरोपी ब्रजेश ठाकुर की पत्नी समेत सात लोगों की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया है। जिन लोगों की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया गया है वो सभी सेवा संकल्प समिति के हैं जो कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह चलाते थे।
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आपको बता दें कि गुरूवार को मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में साइस्ता परवीन उर्फ मधु व अश्विनी कुमार को CBI ने रिमांड पर लिया। इस पूछताछ के दौरान कई बड़े खुलासे हुए। इन्होंने CBI अधिकारियों को उन अधिकारियों के नाम भी बताए हैं जो ब्रजेश ठाकुर को बचाने में मदद कर रहे थे। इनमें समाज कल्याण विभाग व स्थानीय पुलिस के कई स्थानीय पुलिस अधिकारी शामिल हैं।
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CBI टीम समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से पूछताछ कर रही है। मधु ने CBI को बताया कि ब्रजेश के खिलाफ कोई भी मुंह नहीं खोलता था। उसकी सरकारी संगठनों के अधिकारियों से गहरी पैठ थी। ब्रजेश के कारनामों का पता होने के बाद भी बाल कल्याण समिति और विभागीय अधिकारी चुप रहते थे। साथ ही जांच के बाद भी वह बालिका गृह में सबकुछ ठीक होने की रिपोर्ट देते थे।
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इस सब खुलासे के बाद CBI ऐसे अधिकारियों की जांच के लिए सूची तैयार कर रही है। मधु के बाद अब CBI समाज क्लयाण समिति के अध्यक्ष दिलीप वर्मा की तलाश में जुटी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।