गुजरात विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद चुनावी रैलियों पर आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है। भारतीय खुफिया एजेंसियों का मानना है कि पाकिस्तान, गुजरात की चुनावी रैलियों में 26/11 सरीखा हमला करवा सकता है।

बता दें कि दो दिन पहले ही गुजरात से लगे मैरीटाइम इंटरनेशल बॉर्डर के पास पाकिस्तानी सैनिकों ने चार भारतीय मछुआरों की नावों को पकड़ लिया था। हालांकि पाक सैनिकों ने भारतीय मछुआरों को चेतावनी देकर छोड़ दिया, लेकिन उन मछुआरों के विशिष्ट पहचान उपकरण और दस्तावेज छीन लिए गए थे।

माना जा रहा है कि इन दस्तावेजों के साथ आतंकी समुद्री रास्ते से गुजरात में घुसपैठ करेंगे और 26/11 की तरह कुछ बड़ा हमला करेंगे। सूत्रों का मनना है कि गुजरात विधानसभा चुनाव को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई समुद्री रास्ते से आतंकियों को भेज सकती है, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्टार कैंपेनर होंगे।

दरअसल अरब सागर में सीमा स्पष्ट न होने की वजह से अक्सर भारतीय नौकाएं भटक जाती हैं, क्योंकि कुछ नौकाओं के पास ऐसे उपकरण नहीं होते कि उन्हें सटीक लोकेशन का पता चल सकें। अक्सर भटके हुए नाविकों को पाकिस्तानी सैनिक पकड़ लेते हैं और सामान्य पूछताछ करके छोड़ देते थे। लेकिन इस बार उन्होंने भारतीय नाविकों को जरूर छोड़ा है मगर उनकी विशिष्ठ पहचान उपकरण और दस्तावेजों को जब्त कर लिया है।

आपको बता दें कि ये विशिष्ट पहचान उपकरण रजिस्टर्ड होते हैं, जो समुद्र में भारतीय तटरक्षकों को बताते हैं कि संबंधित नाव में भारतीय मछुआरे हैं। आशंका जताई जा रही है कि ऐसे ही उपकरणों का उपयोग कर गुजरात में आतंकी हमला हो सकता है।

बता दें कि पिछले चार-पांच साल में गुजरात में लगभग दो लाख मछुआरों को बायोमैट्रिक कार्ड जारी किए गए हैं। जानकारी के मुताबिक हाल ही के दिनों में गुजरात के तटीय इलाकों में पाकिस्तानी सिक्योरिटी एजेंसी और खुफिया एजेंसियों की हरकतें बढ़ी हैं।

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