रमजान के पाक महीने में पीएम मोदी ने महबूबा सरकार की सीजफायर की एकतरफा मांग को सिर आंखों पर बिठाया। लेकिन, आतंकिस्तान पाकिस्तान ने मानो इसे भारत की कमजोरी समझा और भारत-पाकिस्तान सीमा पर अरनिया, हीरानगर सेक्टर में सीजफायर का जमकर उल्लंघन किया। अपने तोपों के मुंह भारतीयों की तरफ खोल दिए। जबकि, सांबा सेक्टर में मोर्टार दागे। पाक की गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान घायल हो गये। जिनमें गिरीडीह के एक जवान सीताराम उपाध्याय शहीद गए। पाकिस्तानी रेंजर्स की भारी गोलीबारी से सीमांत हीरानगर सेक्टर में करीब 19 गांवों में हालात तनावपूर्ण बन गए। अब बीएसएफ ने पाकिस्तान की अकारण गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया है। बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में पाक रेंजर की मौत और पाकिस्तानी सेना के बंकर तबाह होने के बाद पाकिस्तान ने भारत से गोलीबारी रोकने की गुहार लगाई है।
बीएसएफ ने 19 सेकंड का एक थर्मल इमैजिनरी फुटेज भी जारी किया है। जिसमें बिना उकसावे के सीमा के दूसरी ओर से गोलीबारी किए जाने के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी चौकी को हुआ नुकसान नजर आ रहा है। फुटेज में धुंए का गुब्बार साफ देखा जा सकता है।
वहीं, आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा द्वारा रमजान में सीजफायर पर केंद्र के फैसले का बहिष्कार किए जाने पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने सख्त लहजे में प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि, लश्कर का बयान उसकी अपनी सोच है और हम वही करेंगे जो हमें सही लगता है।
बीते 16 मई को केंद्र ने जम्मू-कश्मीर में सीजफायर का ऐलान किया था। जिसके विरोध में लश्कर-ए-तैयबा ने कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों पर हमले जारी रखने की बात कही थी। लश्कर की इसी कोशिश को नाकाम करते हुए सेना ने तीन आतंकियों को कुपवाड़ा के ब्रिंजाल इलाके के जंगलों में ढेर कर दिया है। क्योंकि, सीजफायर के दौरान किसी तरह का हमला होने पर सुरक्षा बलों को आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई का अधिकार है। वैसे भी रमजान के दौरान सीजफायर सीमा पर लागू नहीं है। लेकिन, भारत हमेशा से पाकिस्तानी सेना की उकसावे वाली कार्रवाई पर ही ऐक्शन लेता रहा है।
कुमार मयंक एपीएन