कानपुर से बेहद ही दुखद खबर सामने आ रही है। कानपुर और कानपुर देहात में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं करीब 33 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इस मामले में पुलिस प्रशासन ने सख्त रवैयां अपनाते हुए ‘माधुरी ब्रांड’ की बिक्री पर रोक लगा दी है। इस संबंध में पुलिस प्रशासन ने एक पत्र जारी करते हुए कहा, कि एसएसपी के आदेशानुसार ‘माधुरी ब्रांड’ की बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। इसके बावजूद अगर किसी के पास से भी इस ब्रांड की शराब बरामद होती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं इस मामले में पुलिस ने जहरीली और नकली शराब बेचने के आरोपी सपा के पूर्व विधायक व मंत्री रामस्वरूप सिंह गौर के पौत्र विनय और नीरज सिंह गौर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में जिलाधिकारी राकेश सिंह ने बताया, कि पूर्व मंत्री गौर व उनके दोनों पौत्रों समेत 5 पर अवैध शराब बनाने आदि की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। बता दें कि रविवार को कानपुर नगर में 2, कानपुर देहात के रूरा में 5 और शिवली में 1 की मौत हो गई। वहीं शनिवार को कानपुर नगर में पांच लोग जबकि कानपुर देहात में 1 की मौत हुई थी। इस मामले के सामने आने के बाद मंडौली गांव में शराब माफिया के गुर्गों ने रात में ही 15 से 20 पेटी माधुरी ब्रैंड शराब जला दी। शराब पीने से हुई मौतों के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और आनन-फानन में कई लोगों को हिरासत में लिया गया।
जहरीली शराब कांड पर योगी सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, कि प्रदेश सरकार अपराध पर अंकुश नहीं लगा पा रही है। जहरीली शराब से कई लोगों की जानें चली गईं और कुछ गंभीर हालत में हैं, यह प्रदेश सरकार की असफलता है।
इस संबंध में सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और बीमार लोगों को पचास हज़ार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है। रविवार को हैलट अस्पताल पहुंचे उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि दोषियों को बख़्शा नहीं जाएगा।