कोविड-19 महामारी के आने के बाद देश में महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ गई। खासकर पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस, सरसों का तेल और अन्य घरेलू उत्पादों के दामों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि केंद्र सरकार ने दीवाली से पहले लोगों को थोड़ी सी राहत देते हुए पेट्रोल डीजल में एक्साइज ड्यूटी कम कर दी है लेकिन इसके पहले महंगाई ने लोगों को बहुत बुरी तरह से प्रभावित किया है। महंगाई के मुद्दे पर केंद्र पर हमेशा आक्रामक रहने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद Rahul Gandhi ने एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर एक खबर के स्क्रीनशॉट को ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने लिखा, ”विकास के जुमलों से कोसों दूर, लाखों परिवार चूल्हा फूंकने पर मजबूर। मोदी जी के विकास की गाड़ी रिवर्स गियर में है और ब्रेक भी फ़ेल हैं।”
100 गांवों के 42 फीसदी लोगों ने सिलेंडर में खाना बनाना छोड़ा
दरअसल राहुल गांधी ने जिस खबर को ट्वीट किया उसका आधार द टेलीग्राफ में छपी एक रिपोर्ट है जिसमें यह बताया गया कि पश्चिम बंगाल के झारग्राम और वेस्ट मिदनापुर के लगभग 100 गांवों में 42 फीसदी लोगों ने एलपीजी सिलेंडर का उपयोग करना बढ़ते दाम के चलते छोड़ दिया है और उन लोगों ने फिर से खाना बनाने के लिए लकड़ी का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
रसोई गैस सिलेंडर 266 रुपये महंगा हुआ
पेट्रोलियम कंपनियों ने 6 अक्टूबर को 14.2 किलो के LPG गैस सिलेंडर की कीमत में 15 रुपये की बढ़ोतरी की थी। साथ ही 1 नवंबर को 19 किलो के LPG के रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में 266 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।
दाम में बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में एक गैर-सब्सिडी वाले 14.2 किलोग्राम के घरेलू सिलेंडर की कीमत 899.50 रुपये है, जबकि 5 किलो के घरेलू सिलेंडर की कीमत 502 रुपये है। राष्ट्रीय राजधानी में 19 किलोग्राम के सिलेंडर की कीमत 2,000 रुपये है।
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