बुधवार को लखनऊ से आगरा जाते समय गोमती नगर इलाके में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी वाड्रा ने हादसे की शिकार एक महिला का फर्स्ट ऐड किया। प्रियंका गांधी आगरा में वाल्मिकी समाज के एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने जा रही थीं। रास्ते में उन्हें एक महिला के हादसे की शिकार होने की खबर मिली। जिसके बाद उन्होंने अपने काफिले को रुकवाया और महिला का फर्स्ट ऐ़ड किया।
आगरा जाते प्रियंका को पहले पुलिस ने रोका फिर दी जाने की इजाजत
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक वीडियो में देखा जा सकता है कि प्रियंका गांधी ने घायल युवती के ज़ख्मों की साफ-सफाई की, उस पर दवाई लगाई और पट्टी बांधी। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा को आगरा में वाल्मिकी समाज के एक युवक की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में पीड़ित परिवार से मिलने से पुलिस ने आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रोक दिया था। रोकने के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें चार लोगों के साथ मृतक Arun Valmiki के परिवार से मिलने की इजाजत दे दी गई।
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कुछ इसी तरह लखीमपुर खीरी हिंसा के दौरान हुआ था। प्रियंका को पहले लखीमपुर खीरी नहीं जाने दिया जा रहा था फिर उन्हें जाने की इजाजत मिल गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस के इस रवैये पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि पुलिस कह रही हैं कि मैं आगरा नहीं जा सकती हूं। मैं जब कहीं जाती हूं तो मुझे रोका जाता है। क्या मैं होटल में बैठी रहूं। उनके लिए यह सिर्फ राजनीतिक मुद्दा है। मुझे बस पीड़ित परिवारों से मिलना है। क्या गुनाह कर रही हूं।
पुलिस हिरासत में दलित व्यक्ति की मौत, राज्य की सियासत गर्म
प्रियंका गांधी वाड्रा INCUttarpradesh के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू के साथ आगरा जा रहीं थीं। उनका काफिला अभी आगरा – लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पहुंचा था कि राज्य की पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि एक दलित सफाई कर्मी को पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था, जिसकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई। मृतक व्यक्ति का नाम Arun Valmiki है। दलित व्यक्ति की मौत पर राज्य में सियासत गर्म है।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि पुलिस की यातनाओं से अरुण की मौत हुई है। इस संबंध में पीड़ित परिवार की ओर से धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।