बिहार की सरकार नीतीश, लालू और सोनिया गांधी के महागठबंधन पर टिकी हुई है। मजबूरी में महागठबंधन बनाकर नीतीश और लालू दोनों ने सरकार तो बना ली लेकिन थोड़े वक्त के बाद से ही इसमें फूट की बाते सामने आने लगी। हालांकि दोनों पार्टी के नेता इस बात से हमेशा इंकार करते आए हैं लेकिन फिरभी कोई ना कोई बयान इस बात की तरफ इशारा कर ही देता है कि कुछ तो गड़बड़ है। इसका एक ताजा उदाहरण आज देखने को मिला जब लालू यादव ने दिल्ली जाने से पहले खुद को महागठबंधन का बड़ा भाई बताया।
शुक्रवार को सोनिया गांधी के घर पर लंच पार्टी में रवाना होने से पहले लालू यादव ने खुद को महागठबंधन का बड़ा भाई बताते हुए कहा कि हम कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बुलावे पर दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम का मतलब है, सब जा रहे हैं। इसपर जब पत्रकारों ने पूछा कि नीतीश कुमार क्यों नहीं जा रहे तो उन्होंने जवाब दिया कि वे व्यस्त होने के कारण विपक्षी दलों की बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोनिया गांधी से फोन पर बात कर ली है, वो खुद व्यस्त हैं इसलिए शरद यादव प्रतिनिधि के तौर पर शामिल हो रहे हैं। महागठबंधन में दरार की बात को गलत बताते हुए राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में सब सही चल रहा है।
गौरतलब है कि कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर विपक्ष के लगभग सभी बड़े नेताओं को 26 मई के दिन अपने घर पर लंच का आमंत्रण दिया है। इस लंच पार्टी के लिए सभी नेता अपने-अपने घर से रवाना हो रहे हैं वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही दिल्ली पहुंच चुकी हैं। इस आमंत्रण में नीतीश कुमार को भी बुलाया गया था लेकिन उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले ही उनकी सोनिया जी से बात हुई थी और उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपने विचार स्पष्ट कर दिए थे। फिलहाल वह अपने राजकीय कार्यों में अति वयस्त होने के कारण दिल्ली नहीं जा पाएंगे इसलिए उन्होंने अपनी जगह जेदयू के वरिष्ठ नेता शरद यादव को प्रतिनिधि के तौर पर भेजा है।
आपको बता दें कि सोनिया गांधी के इस लंच पार्टी में विपक्ष के तमाम दिग्गज नेताओं को आमंत्रित किया गया है लेकिन आज के दौर में विपक्ष के एक बड़े नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इस पार्टी और बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है।