अगले साल लोकसभा चुनाव होने वाला है। ऐसे में बीजेपी ने अपनी योजनाओं की उपलब्धियों को जनता के सामने पेश करना शुरू कर दिया है। ताकि लोगों को पता चल सके कि जमीनी स्तर पर योजनाओं का लाभ कितने लोगों को मिल सका। ऐसे में पीएम मोदी ने भी बिगुल फूंक दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नमो ऐप और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मुद्रो लोन योजना के लाभार्थ‍ियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मुद्रा योजना की मदद से लोगों के हुनर को पहचान मिली और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए 6 लाख करोड़ रुपए के लोन दिए गए। पीएम मोदी ने कहा, मुद्रा योजना एक ऐसी योजना है जिसने बिना किसी भेदभाव के पिछड़े समाज को आर्थिक और सामाजिक बल देने का काम सफलता पूर्वक किया है।

सरकार के 4 साल पूरा होने के बाद पीएम मोदी ने एक तरफ मुद्रा योजना का रिपोर्ट कार्ड पेश किया तो दूसरी तरफ लोगों से स्कीम से जुड़ने का भी आह्वान किया। मुद्रा ऋण के लाभार्थियों के साथ बातचीत में मोदी ने कहा, ”इन 12 करोड़ लाभार्थियों में से करीब 28 प्रतिशत यानी 3.25 करोड़ लोग पहली बार उद्यम शुरू करने वाले लोग हैं। उन्होंने कहा कि इसमें 74% लाभार्थी महिलाएं हैं जो संख्या में करीब नौ करोड़ हैं। 55% ऋण अनुसूचित जाति / जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को दिए गए हैं।  पीएम मोदी ने कहा, ‘जब हुनर को प्रोत्साहन मिलता है तो उसे और बढ़त मिलती है। मान लीजिए किसी हैंडलूम वाले को मुद्रा लोन मिलता है तो वह अपने कारोबार को बढ़ाएगा और डिजाइनर कपड़ो तक का प्रॉडक्शन शुरू कर सकता है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘मुद्रा योजना के तहत 55 फीसदी लोन पिछड़े समाज को दिए गए यानी एससी, एसटी, ओबीसी और महिलाओं को यह लोन दिए गए। पीएम ने कहा, इस देश में एक समय ऐसा था, जब वित्त मंत्री खुद फोन कर के बड़े उद्योगपतियों को लोन दिलवाने के लिए क्या कुछ नही करते थे। वहीं दूसरी ओर एक छोटा उद्यमी साहूकारों को ब्याज देने के चक्कर में पूरी जिंदगी ब्याज के कर्ज में डूब जाता था. बड़े लोग पैसा लेकर भागते हैं, गरीब नहीं।

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