प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी थी। उन्होंने कहा कि सर्जिकल बेहद खतरनाक था, सैनिकों की सुरक्षा की चिंता थी। हमने सैनिकों को सूर्योदय से पहले लौटने को कहा था। सैनिकों की सुरक्षा मेरी पहली प्राथमिकता थी। उन्होंने आगे कहा कि मिशन सक्सेस हो या नहीं, लेकिन सूर्योदय से पहले वे लौट आएं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को सुधारना है तो एक लड़ाई काफी नहीं है। कश्मीर में आतंकवाद और पाकिस्तान के रवैये पर बेबाकी से अपनी राय रखते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सीमापार से आतंकवाद का निर्यात हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा, ‘एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा ये सोचना बड़ी गलती होगी। पाकिस्तान को सुधारने में और समय लगेगा।’

बता दें कि वर्ष 2016 में सेना ने नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक की थी। सेना ने उरी में उसी साल हुए हमले का बदला लेने के लिए यह कार्रवाई की थी। उरी हमले में पाकिस्तानी सेना ने आग लगा कर भारत के 10 सैनिकों की हत्या कर दी थी।

ऐंटी-इनकम्बैंसी को बताया 5 राज्यों में हार की वजह
5 राज्यों में बीजेपी की हार को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि तेलंगाना और मिजोरम में बीजेपी सत्ता में आएगी। ऐसा कोई कहता ही नहीं था। तीन राज्यों की बात करें तो छत्तीसगढ़ में नतीजा साफ आया और बीजेपी हारी। अन्य दो राज्यों में हंग असैंबली की स्थिति रही। आप देखेंगे कि यहां हमारे लोग 15 साल की ऐंटी इन्कम्बैंसी में थे। उन्होंने हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और त्रिपुरा में स्थानीय निकायों में बीजेपी की जीत का हवाला दिया।

कहा, अचानक नहीं थी नोटबंदी, पहले ही दिए थे संकेत
पीएम मोदी ने कहा कि नोटबंदी अचानक नहीं थी। हमने अघोषित संपत्ति जमा कराने का ऑफर दिया था, लेकिन कम लोग आगे आए। इसके बाद भी हमने कड़े कदम उठाने की बात कही थी। हमने यह फैसला सोच-समझकर लिया था। उससे इकॉनमी की रफ्तार घटने की बात गलत है। ट्रेन भी पटरी बदलती है तो ऐसा होता है। अब फिर से इकॉनमी की ग्रोथ पुराने स्तर पर है।

‘भगोड़ों से वसूलेंगे पाई-पाई, कड़े कानूनों के चलते भागे’
माल्या और उस जैसे अन्य कर्जखोरों की वापसी को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि वे भागे ही क्यों। इसलिए क्योंकि यहां उन्हें पाई-पाई चुकानी पड़ती। उनके लिए कड़े कानून बनाए हैं और हर नियम-कानून का इस्तेमाल कर वापसी की कोशिश की जा रही है। ऐसे लोगों की विदेशों में भी संपत्ति जब्त करने का प्रयास किया गया है। भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे रॉबर्ट वाड्रा और अन्य लोगों के खुलेआम घूमने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि वे लोग जमानत पर बाहर हैं। जो जमानत पर हैं, वे सैर कर सकते हैं। हमारा किसी व्यक्ति या संस्था से कोई लेना-देना नहीं है।

मिडल क्लास के लिए गिनाए काम, कहा- योजनाओं में रखा पूरा ध्यान
पीएम मोदी ने मिडल क्लास को राहत के सवाल पर कहा कि मिडल क्लास को लेकर हमें सोच बदलनी होगी। देश को चलाने में सबसे बड़ा योगदान है। निचले तबके को कुछ मिलना चाहिए, यह जिम्मेदारी भी मिडल क्लास उठाता है। हमारा मानना है कि देश में बढ़ते मिडल क्लास की चिंता करनी होगी। महंगाई पर लगाम कसी है, इससे मिडल क्लास को ही राहत मिली है। एजुकेशन में मेडिकल सीटें, उड़ान योजना और ऐसी तमाम स्कीमों से मिडल क्लास को ही लाभ मिला है। मिडल क्लास की महत्वाकांक्षाओं वाले काम कैसे हों, इस पर हमने काम किया। मुद्रा स्कीम से 15 करोड़ लोन बंटे। यह मिडल क्लास को ही मिले हैं।

कर्जमाफी से नहीं बनेगी बात, किसानों की बढ़ानी होगी कमाई
किसानों के लिए काम और कांग्रेस के लोन माफी को लॉलीपाप करार देने के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि वे लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। यह कहना कि हमने सभी किसानों का कर्ज माफ किया, गलत है। क्योंकि सच्चाई कुछ और है। 3 लाख करोड़ रुपये हमारी सरकार ने वापस लाने का काम किया है। अगर कर्जमाफी से किसान को राहत मिलती है तो बिलकुल करना चाहिए। देवीलाल के जमाने में हुआ, 2008-09 में भी ऐसा हुआ। कर्जमाफी बार-बार करने के बाद भी किसान संकट में है। इसके लिए हमें उन्हें मजबूत करना होगा। बीज से लेकर बाजार तक किसानों को सुविधा दी जानी चाहिए। करीब 100 योजनाएं सालों से लटकी थीं, लेकिन हमने उस पर काम किया।

मोदी बोले, हर चुनाव से पहले कुछ लोगों को दिखती है असहिष्णुता
पीएम मोदी ने गाय के मुद्दे पर लिंचिंग और हिंसा को लेकर कहा कि हिंसा की एक भी घटना बर्दाश्त नहीं की जा सकती। लेकिन महात्मा गांधी और आचार्य विनोबा भावे जो कह रहे थे। संविधान में जो भावनाएं हैं, उनका भी आदर करने की जरूरत है। एक खाड़ी देश के मुस्लिम स्कॉलर ने लेख लिखा था और भारत की सहिष्णु संस्कृति की सराहना की थी। हर चुनाव से पहले कुछ लोगों को असहिष्णुता दिखने लगती है तो यह गलत है। हमने 18000 गांवों में बिजली दी, लेकिन यह नहीं पूछा कि किस गांव में किस संप्रदाय के लोग रहते हैं। उज्ज्वला योजना लाए तो जाति-संप्रदाय की बात नहीं की। हर मां को मुक्ति मिलनी चाहिए।

तीन तलाक धार्मिक मामला नहीं, सबरीमाला अलग मसला
तीन तलाक और सबरीमाला में अलग-अलग स्टैंड को लेकर पूछे गए सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया में तमाम इस्लामिक देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाया हुआ है। यह धर्म का मसला होता तो हर जगह लागू होता। यह लैंगिक न्याय का मसला है और इसका धर्म से लेना-देना नहीं है। हिंदुस्तान में कई मंदिर ऐसे हैं, जहां पुरुष भी नहीं जा सकते। यह छोटे दायरे की बात है।

राफेल पर बोले, मैं राहुल गांधी से क्यों उलझूं
राफेल डील पर राहुल गांधी के आरोपों पर चुप्पी साधने को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह मेरे पर व्यक्तिगत आरोप नहीं है। मुझ पर आरोप है तो उन्हें खोजकर निकालना चाहिए कि किसने दिया, कब दिया और कहां दिया। मैंने इस पर संसद में बात रखी है। सुप्रीम कोर्ट ने बाल की खाल निकाल कर रख दी है। पत्थर मारकर, कीचड़ उछालकर नहीं भागना चाहिए। उन्हें यह बोलने की बीमारी है तो मुझे क्या उसमें उलझा रहना चाहिए।

सर्जिकल स्ट्राइक से पहले थी बेचैनी, जवानों से मिल रही थी लाइव फीड
सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान मन में क्या था, यह पूछने पर पीएम मोदी ने कहा कि उड़ी की घटना ने मुझे बेचैन कर दिया था। केरल में एक मीटिंग में मैंने इसका जिक्र किया था। मैं खुद को रोक नहीं पा रहा था। मैंने सेना के लोगों से बात की तो देखा कि उनके भीतर मुझसे ज्यादा आग है। मैंने उन्हें खुली छूट दी, फिर वो प्लान लेकर आए। इस ऑपरेशन की डेट बदलनी पड़ी। बहुत बड़ा रिस्क था। यह रिस्क राजनीतिक नहीं था, लेकिन जवानों की ही सुरक्षा से जुड़ा था। मैंने सूर्योदय से पहले लौटने का आदेश दिया। स्पेशल ट्रेनिंग दी गई थी। मैं लाइव कॉन्टेक्ट में था, लेकिन सुबह जानकारी आनी बंद हो गई।

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