प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बात ने आज चीन की चिंता बढ़ा दी होगी। वन बेल्ट वन रोड जैसी चीन की महत्वाकांक्षी योजना का हिस्सा तो भारत नहीं बना लेकिन उसका जवाब भारत ने एशिया-अफ्रीका विकास गलियारा के जरिए दिया है। दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात की राजधानी गांधीनगर में आज हो रहे अफ्रीकी विकास बैंक समूह की 52वीं वार्षिक आम बैठक के उद्धाटन में मौजूद थे। पहली बार भारत में हो रही इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी देशों से भारत के पुराने व्यापारिक संबंधों को याद किया।

एशिया-अफ्रीका विकास गलियारा का आह्वान

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर जापान और भारत के समर्थन से एशिया-अफ्रीका विकास गलियारा बनाए जाने का आह्वान किया। गौर करने वाली बात है कि हाल ही में चीन ने अपनी सबसे प्रमुख योजना वन बेल्ट वन रोड के संबंध में दुनियाभर के देशों के साथ सम्मेलन किया था। लेकिन भारत समेत कुछ देशों ने उस सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया था। उसके कुछ दिनों बाद ही भारत के प्रधानमंत्री द्वारा किया गया यह आह्वान चीन की चिंता जरूर बढ़ा देगा।

भारत की विदेश और आर्थिक नीति में अफ्रीका शीर्ष पर

भारत से अफ्रीका के रिश्तों के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि भारत की अफ्रीका से साथ भागीदारी सहयोग के मॉडल पर आधारित है। यह अफ्रीकी देशों की जरूरतों के अनुरूप है। आपको बता दें इस बैठक में 3,000 प्रतिनिधि उपस्थिति थे जिनमें से ज्यादातर अफ्रीकी देशों से आए थे। इसी मौके को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा ‘‘वर्ष 2014 में सत्ता संभालने के बाद मैंने भारत की विदेश और आर्थिक नीतियों के मामले में अफ्रीका को शीर्ष प्राथमिकता दी है।’’ अफ्रीका और एशियाई देशों के बीच आर्थिक वृद्धि का गलियारा बनाये जाने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी हाल की जापान यात्रा के दौरान इस बारे में बातचीत हुई थी।

भारत-जापान-अफ्रीका का होगा सहयोग

पीएम मोदी ने कहा कि मैं अपने जापान यात्रा के दौरान वहां के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से बड़ी प्रसन्नता के साथ यह कहना चाहूंगा कि हमारे संयुक्त घोषणा पत्र में हमने एशिया-अफ्रीका विकास गलियारा को शामिल किया था। साथ ही इसके लिए हमारे अफ्रीका के भाईयों एवं बहनों के साथ आगे बातचीत का प्रस्ताव रखा गया था। पीएम मोदी ने कहा कि इस विकास गलियारे को आगे कैसे बढ़ाया जाएगा इसके लिए भारत और जापान ने अफ्रीकी शोध संस्थानों से विचार विमर्श करके एक दृष्टिकोण दस्तावेज तैयार किया गया है। पीएम मोदी ने बताया कि इस दृष्टिकोण पत्र को बाद में बोर्ड की बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा।

भारत-अफ्रीका के व्यापारिक रिश्ते काफी पुराने

भारत और अफ्रीका के व्यापारिक रिश्तों के बारे में मोदी ने कहा कि यह रिश्ता काफी पुराना है। भारत अफ्रीका में निवेश करने वाला 5वां सबसे बड़ा निवेशक है। भारत ने पिछले 20 साल के दौरान अफ्रीका में 54 अरब डालर का निवेश किया है। ‘‘पिछले 15 साल के दौरान अफ्रीका-भारत का व्यापार कई गुणा बढ़ गया है जो पिछले पांच साल के दौरान दोगुना होकर 2014-15 में 72 अरब डालर पर पहुंच गया।’’ मोदी ने इस अवसर पर भारत और अफ्रीका के बीच सदियों पुराने सहयोग को भी याद किया। उन्होंने विशेषकर भारत के पश्चिमी राज्यों जैसे गुजरात का अफ्रीकी देशों के साथ व्यापारिक समुदायों के सहयोग का भी जिक्र किया।

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