विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज पासपोर्ट शुल्क में कमी का ऐलान किया। सुषमा स्वराज ने बच्चों और बुजुर्गों के पासपोर्ट फीस में 10 फीसदी कटौती का ऐलान किया है। मतलब अब पासपोर्ट बनवाने के लिए अब 10 प्रतीशत कम पैसे देने होंगे। लेकिन यह फायदा सबके लिए नहीं है। आपको बता दें कि आज  पासपोर्ट सेवा दिवस है। इसके साथ ही सुषमा ने  यह भी एलान किया कि पासपोर्ट अब हिंदी और इंग्लिश दोनों भाषा में हुआ करेंगे। आज की ही तारीख से देश में पासपोर्ट एक्ट 1967 लागू किया गया था। आज इस एक्ट को लागू हुए 50 साल पूरे हो गए।

पासपोर्ट में फीस कटौती के फैसले का आठ साल से कम और 60 साल से ज्यादा के लोग फायदा उठा सकेंगे पर बाकी लोगों को पहले जैसा चार्ज देना होगा। दोनों भाषाओं में पासपोर्ट की बात करते हुए सुषमा स्वराज ने कहा, ‘अब से सभी पासपोर्ट अंग्रेजी और हिंदी दोनों में होंगे न सिर्फ अंग्रेजी में।’ अभी तक जो पासपोर्ट मिलता था ​उसमें सिर्फ अंग्रेजी में ही जानकारी मांगी गई जाती थी। आपका नाम, निवास और जन्मतिथि आदि से जुड़ी सभी जानकारियां अंग्रेजी में मांगी जाती थीं और उन्हें अंग्रेजी में भी भरना होता था लेकिन अब ये अनिवार्यता खत्म हो जाएगी। अब पासपोर्ट में अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी भी लिखी होने से आपके लिए ये समझना आसान हो जाएगा ​कि पासपोर्ट में क्या पूछा गया है। इस फैसले से जहां मातृभाषा को बढ़ावा मिलेगा वहीं, अंग्रेजी न जानने या कम जानने वालों को भी समझने में आसानी होगी।”

हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये 10 फीसदी की छूट तत्काल योजना में भी मिलेगी या नहीं। इस अवसर पर सुषमा और केंद्रीय राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने स्टांप भी जारी किया। यह स्टांप पासपोर्ट एक्ट के  50 साल पूरे होने पर लॉन्च की गई है ।

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