Nobel Peace Prize 2022: फैक्ट चेकर्स प्रतीक सिन्हा और ऑल्टन्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर कथित तौर पर 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार जीतने के दावेदारों में शामिल हैं। नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का चयन नार्वे के नोबल समिति के 5 सदस्यों की ओर से किया जाएगा। इन सभी पांचों सदस्यों की नियुक्ति नार्वे की संसद ने की है।
टाइम पत्रिका ने प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर के बारे में लिखा है, ‘पत्रकार प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर फैक्ट चेकिंग वेबसाइट अल्ट न्यूज के संस्थापक हैं। ये दोनों ही भारत में फर्जी सूचनाओं का खुलासा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। सिन्हा और जुबैर सुव्यवस्थित तरीके से सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों और फेक न्यूज पर रोक लगा रहे हैं।’ जुबैर को एक विवादित ट्वीट करने के आरोप में जून महीने में अरेस्ट किया गया था। हालांकि, बाद में उन्हें कोर्ट से जमानत मिल गई।
2018 में किए गए ट्वीट की वजह से गिरफ्तार हुए थे जुबैर
बता दें कि इस साल जून में, जुबैर को 2018 में किए गए एक ट्वीट के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर ‘धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर किए गए कृत्यों’ और धार्मिक आधार पर दुश्मनी को बढ़ावा देने का आरोप लगाया गया था। सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के एक महीने बाद जुबैर तिहाड़ जेल से बाहर आ गए।
2022 का नोबेल शांति पुरस्कार
- 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में लगभग 343 उम्मीदवार हैं, जिसमें 251 व्यक्ति हैं और 92 संगठन हैं।
- TIME के अनुसार, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की भी नोबेल जितने के दावेदार हैं।
- शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर)
- बेलारूसी विपक्षी राजनेता स्वियातलाना सिखानौस्काया, विश्व स्वास्थ्य संगठन
- रूस के जेल में बंद विपक्ष के नेता और भ्रष्टाचार विरोधी कार्यकर्ता एलेक्सी नवलनी
- स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग
- तुवालु के विदेश मंत्री साइमन कोफ़ेस
- प्रसारक और जीवविज्ञानी डेविड एटनबरो
- म्यांमार राष्ट्रीय एकता सरकार।
- उइगर कार्यकर्ता इल्हाम तोहती
- हांगकांग के एक्टिविस्ट, वकील नाथन लॉ क्वुन-चुंग
- कीव स्वतंत्र
- मानवाधिकारों पर यूरोपीय सम्मेलन
- एप्लाइड अहिंसक कार्रवाई और रणनीति केंद्र (कैनवास)
2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा स्थानीय समयानुसार 7 अक्टूबर को ओस्लो में सुबह 11 बजे की जाएगी।
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