गाजियाबाद के लोनी में बुजुर्ग पिटाई मामले में नया टविस्ट आगया है। पुलिस का कहना है कि इस मुद्दे को धार्मिक रंग देने की कोशिश की गई है। पिटाई और दाढ़ी काटने के मामले में धर्म का कोई रिश्ता नहीं है। पुलिस के सामने अब एक नया वीडियो आया है। जिसमें पुलिस (Police) की तांत्रिक वाली थ्योरी सही साबित हो रही है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो पिटाई से पहले की है, जिसमें आरोपी बुजुर्ग तांत्रिक से ताबीज को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। साथ ही उसके बैग में ताबीज व अन्य सामान भी नजर आ रहा है. इतना ही नहीं तांत्रिक अपनी गलती भी स्वीकार कर रहा है। बता दें इससे पहले बुजुर्ग समद ने ताबीज की बात को गलत बताते हुए कहा था कि उसके साथ मारपीट की गई है।
बता दें कि इस मामले में पुलिस अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। गाजियाबाद पुलिस ने प्रवेश गुज्जर, आदिल और कल्लू को पहले गिरफ्तार कर लिया था। 17 जून को इंतजार और सद्दाम की भी गिरफ्तारी हुई है। वहीं स्थानीय समाजवादी पार्टी के नेता उम्मेद पहलवान के खिलफ भी सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद और समाज में जहर फैलाने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
आरोप है कि इस मुद्दे को उम्मेद पहलवान ने ही साप्रदायिक रंग दिया था। उसी ने ही मारपीट का वीडियो बनाया था, फेसबुक लाइव किया था साथ ही सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था।
गिरफ्तार आरोपी सद्दाम ने बताया कि तांत्रिक समद से उसने फोन पर बात की और बेटे के खाना न खाने की बात कही। इस पर तांत्रिक ने तीन अंडे, सिगरेट और अगरबत्ती लाने को कहा। इसके बाद मैंने अंडे को बच्चे के ऊपर से उतारकर कुत्ते को खिला दिया। फिर मैंने तांत्रिक से पूछा आप कब आओगे तो उन्होंने कहा कि अभी तबीयत खराब है, दो दिन बाद आऊंगा। 5 जून को तांत्रिक घर आया।
फिर मेरे पास इन्तजार का फोन आया कि उसे लेकर परवेश के घर चला जा। मैं तांत्रिक को लेकर परवेश के घर गया। वहां परवेश ने आदिल को फोन कर बुलाया और उसके साथ तीन चार लड़के भी पहुंचे। इसके बाद परवेश ने इंतजार को फ़ोन किया और कहा कि तांत्रिक उसका नाम ले रहा कि घर वश में करने के लिए उसने ही कहा था। इसके बाद इंतजार भी वहां पहुंचा। जिसके बाद तांत्रिक पलट गया। इसके बाद तांत्रिक की पिटाई के बाद दाढ़ी काट दी गई।