देशभर में संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती का विरोध हो रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इसकी रिलीज डेट पर रोक लगा दी है, लेकिन फिर भी पद्मावती का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब फिल्म के विरोध ने जानलेवा मोड़ ले लिया है। लोग फिल्म का विरोध करने के लिए खून-खराबे पर उतर आये है।

राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित नाहरगढ़ किले में एक व्यक्ति का शव लटका हुआ मिला। किले में लटका शव देखकर पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। शव के पास किले की दीवारों पर लिखा गया है, पद्मावती का विरोध, हम पुतले नहीं जलाते, लटकाते हैं।

जयपुर पुलिस को जैसे ही सुबह शव लटकने की सूचना मिली वो आनन-फानन में मौके पर पहुंची। इसके साथ ही सिविल डिफेंस की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची।  जिसके बाद पुलिस हत्या और आत्महत्या दोनो एंगल से मामले की जांच में जुट गई।

जयपुर पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि हत्या किस तरह की गई है। पुलिस ने कहा कि मामले का पद्मावती विवाद से कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस की मानें तो पत्थर में लिखा नोट हत्या से ध्यान भटकाने की कोशिश है।

शव मिलने पर करणी सेना के प्रमुख लोकेंद्र कालवी ने एक न्यूज चैनल से कहा, ”जो कुछ हुआ वो बहुत गलत है। लोग आक्रोशित होकर जोश में होश खो रहे हैं, इसे तुरंत बंद कर देना चाहिए। हम इसका किसी भी तरह से समर्थन नहीं करते। ऐसा विरोध बिल्कुल गलत है।” इससे हमारा कोई लेना-देना नहीं है।

कालवी ने आगे कहा, ”ये घटना पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण है। करणी सेना के लोग इसलिए विरोध कर रहे हैं क्योंकि फिल्म में पद्मावती की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है। ”

आपको बता दें कि संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावती में इतिहास से कथित छेड़छाड़ को लेकर देश के अलग-अलग जगहों पर राजपूत और हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।

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