अंग्रेज देश छोड़कर चले गए लेकिन उनकी बोली जाने वाली अंग्रेजी के गुलाम हम आज भी हैं। जबकि चीन, जापान जैसे देश आज भी अपनी मातृभाषा का इस्तेमाल ही अपने देश में करते हैं। भाषा को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक कॉलेज में विवाद छिड़ गया है। दरअसल, भोपाल की सुप्रसिद्ध बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय में आयोजित हुए बीसीए (बैचलर इन कम्प्यूटर ऐप्लिकेशन) के एग्जाम में छात्रों ने अंग्रेजी में आए सवालों का हिंदी में जवाब लिखा और बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी ने तमाम विवादों के बीच इन्हें पास भी कर दिया। हालांकि रजिस्ट्रार ने छात्रों को पास करने से इंकार किया है। ऐसे में छात्र पास हैं कि फेल इसको लेकर काफी असमंजस की स्थिति विश्वविद्यालय में बनी है।

इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक कमिटी का गठन किया है और उनसे रिपोर्ट मांगी गई है। खबरों के मुताबिक, जून में जब परीक्षा के रिजल्ट आए थे, तब करीब 300 छात्रों को फेल घोषित कर दिया गया था। कॉपी में हिंदी में जवाब देखकर टीचर चकित रह गए और उन्होंने कॉपी जांचने से ही इनकार कर दिया था। लेकिन यूनिवर्सिटी में देखते ही देखते गुस्सा फैलने लगा। बवाल बढ़ता देख प्रशासन ने हिंदी टीचरों से कॉपी की जांच करवाई जिसके बाद सभी छात्र पास हो गए। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार यू एन शुक्ला ने भी इस मामले की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है, ‘मुझे पता चला है कि पहले भी ऐसा हुआ है जब स्टूडेंट्स ने अंग्रेजी में आए सवालों के जवाब हिंदी में लिखे और पास भी हो गए।

ऐसे में प्रशासन गठित की गई कमिटी पर अपना पक्ष रखेगी। इसलिए वो कमिटी के अनुशंसा का इंतजार कर रही है। प्रशासन का कहना है कि अभी किसी भी छात्र को पास या फेल नहीं किया गया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here