21वीं शताब्दी में विश्व के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक नरेंद्र मोदी की भावुकता और उदारता भी उनकी लोकप्रियता जितनी ही प्रसिद्ध है। हम अक्सर उनके भावुकतापन और उदारतापन का उदाहरण देखते आए हैं। हाल ही में ऐसा ही एक और वाकया देखने को मिला जब पीएम मोदी ने एक मुस्लिम लड़की के पत्र को पढ़कर उसकी मदद की। दरअसल, यह मामला कर्नाटक के मांड्या जिले की बीबी सारा नाम की एक मुस्लिम छात्रा का है। इस मुस्लिम छात्रा को एमबीए की पढ़ाई करने के लिए लोन की जरूरत थी, लेकिन पहले का बकाया लोन ना चुका पाने की वजह से उसे दूसरा लोन नहीं मिल पाया। जिसके बाद सारा ने प्रधानमंत्री से ही मदद मांगने का फैसला किया और उन्हें अपनी मदद के लिए एक पत्र लिख दिया। इस पत्र का असर हुआ और सारा को पीएमओ के आदेश पर दूसरे बैंक ने 1.5 लाख का लोन स्वीकृत कर दिया। सारा ने पीएमओ को लिखे पत्र में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान का जिक्र करते हुए पीएम से मदद की गुहार मांगी। जिस पर पीएमओ ने संज्ञान लेते हुए कर्नाटक के मुख्य सचिव को पत्र लिखा और तुरंत मदद करने का भरोसा दिलाया।

सारा अपने पिता अब्दुल इलियास के साथ पत्र लेकर बैंक गई, लेकिन बैंक के अधिकारियों ने कहा कि अभी उनका पिछला लोन बकाया है इस वजह से उन्हें लोन नहीं मिल सकता। उसके बाद वे विजया बैंक की शाखा में गए जहां से उन्हें लोन मिल गया। विजया बैंक के मैनेजर क्षेमा कुमार ने कहा कि सारा के पिता का बैकग्राउंड देखकर लोन स्वकृत कर दिया गया।  सारा ने कहा, ‘इतनी बड़ी आबादी वाले देश में मोदी जी ने मुझे जवाब दिया और मेरी मदद की इसके लिए मैं उनकी शुक्रगुजार हूं। मुझे बहुत खुशी है। मोदी जी बहुत अच्छे नेता हैं।’

आपको याद होगा कि कुछ दिनों पहले पीएम मोदी से उनके एक प्रशंसक ने ट्वीट करके उनसे शिवरात्रि पर पहना हुआ शॉल मांगा था। प्रधानमंत्री मोदी ने 24 घंटे के भीतर अपने शॉल को अपने प्रशंसक तक पहुंचवा दिया था।

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