2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बहुमत मिला लेकिन गोवा मणिपुर में बहुमत न मिलने के बावजूद भी सरकार बनाने में कामयाब रही। हालांकि कांग्रेस को गोवा और मणिपुर में बीजेपी से ज्यादा सीटें मिली थी लेकिन बीजेपी ने अपना बहुमत साबित करके दोनों राज्यों में सरकार बना ली।
14 मार्च को गोवा का चौथी बार पद भार संभालते हुए पूर्व रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने सीएम पद की शपथ ली। शुक्रवार को राज्यसभा में मनोहर पर्रिकर ने कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह पर चुटकी लेते हुए कहा कि हम दिग्विजय सिंह गोवा घूमते रहे और हमने 48 घंटों के अंदर अपनी सरकार बना ली। हालांकि कांग्रेस को गोवा में बीजेपी से ज्यादा सीटें हासिल हुई थी। राज्यसभा में मनोहर पर्रिकर सदन में शून्यकाल के दौरान पहुंचे थे। सदन में आने पर कांग्रेस मेंबर्स ने नारे लगाने के साथ-साथ वेल में प्रदर्शन भी किया। कांग्रेस की रजनी पाटिल ने भी पर्रिकर से सवाल जवाब करते हुए पेस्टीसाइड्स और केमिकल फर्टिलाइजर्स का मुद्दा उठाया। पर्रिकर के बोलने पर गोवा के इंचार्ज दिग्विजय सिंह और बीके हरिप्रसाद, राजीव गौड़ा, हुसैन दलवाई, रजनी पाटिल ने नारे लगाए। इसके जवाब में बीजेपी मेंबर्स ने भी जमकर नारेबाजी की। वहीं बात को मजाकिया अदाज़ में कहते हुए मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि पर्रिकर पहले ही दिग्विजय को खासतौर पर शुक्रिया कह चुके हैं।
राज्यसभा में हंगामा करते हुए कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी ने गोवा में गलत तरीके से मेजॉरिटी से हासिल की थी। बीजेपी ने आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि कांग्रेस के पास गोवा में सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या बल था ही नहीं और वह मामले को केवल बढ़ा-चढ़ाकर पेश कर रहे हैं। जब पर्रिकर बोलने खड़े हुए तो ने वेल में जाकर नारेबाजी की। चुनाव में बीजेपी को 13 सीटें मिली थी जबकि कांग्रेस को 17 सीटें मिली थी। बीजेपी ने एमजीपी-जीपीएफ के 3-3 विधायक, एनसीपी का एक, अदर्स के 2 विधायकों की मदद से 22 एमएलए का सपोर्ट हासिल करके गोवा में सरकार बनाई।