बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बापू सभागार में युवा जदयू के संकल्प सम्मेलन को संबोधित करते हुए शराबबंदी कानून में संशोधन करने के संकेत दिए है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार किया जा रहा है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस कानून का कोई दुरुपयोग न करे।

नीतीश कुमार ने कहा कि यह आंकड़ा प्रसारित किया जा रहा कि शराबबंदी कानून के तहत सबसे अधिक एससी-एसटी के लोग गिरफ्तार हुए हैं। कोई हमें यह बताए कि आबादी का प्रतिशत क्या है? देखा जाए तो शराबबंदी का सबसे अधिक लाभ गरीबों को ही हुआ है। फिर भी लोगों को बिना कारण परेशानी न हो, इसके लिए शराबबंदी कानून में संशोधन किया जाएगा। फिलहाल, इस कानून को लेकर मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है।

नीतीश यादव ने तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव और राहुल गांधी जैसे नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा कि ये युवा नेता परिवार के दम पर आगे बढ़े और जुबानी जंग लड़ रहे। तेजस्वी जैसे नेताओं का नाम लिए बगैर नीतीश ने कहा कि किसी को कुछ करना नहीं है। दिन भर में पांच बार ट्वीट जरूर किया जा रहा। अगर नई पीढ़ी अपने काम के सहारे आगे नहीं बढ़ेगी तो राजनीति गर्त में चली जाएगी।

उन्होंने कहा कि जदयू को एलिमिनेट(सफाया) करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह सपना पूरा नहीं होगा। करप्शन, क्राइम और कॉम्युनलिज्म को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अपना काम करते रहेंगे।

हमारी सरकार ने अल्पसंख्यकों के लिए जितने काम किए हैं, किसी और सरकार ने नहीं किए। हमें उम्मीद है कि नई पीढ़ी जात-पात और समुदाय से ऊपर उठकर केवल काम के आधार पर वोट करेगी। नीतीश कुमार ने कहा कि टीवी चैनलों पर दिनभर अनाप-शनाप बयान देना विपक्ष के लोगों की आदत बन गई मैं लोगों की बातों का जवाब देने की बजाय अपना काम करता रहता हूं।

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