दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया। सीएम केजरीवाल ने इस इफ्तार पार्टी के लिए एलजी समेत विपक्षी पार्टियों, नौकरशाहों और केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों तक को आमंत्रित किया था, लेकिन इस पार्टी में सब नदारद रहे।

दिल्ली सरकार की ओर से पालिका सर्विस ऑफिसर्स इंस्टीट्यूट में सोमवार को दी गई इफ्तार पार्टी में आप पार्टी के अलावा कोई बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा, जबकि प्रोटोकॉल के तहत सभी को न्योता दिया गया था।

रमजान इस पवित्र महीने में भी सरकार और अधिकारियों के बीच दूरियां खत्म नहीं हो पाई है।  पिछले साल की तरह इस बार भी उपराज्यपाल अनिल बैजल मुख्यमंत्री के इफ्तार पार्टी में शामिल नहीं हुए। साथ ही मुख्य सचिव अंशु प्रकाश और बाकी अधिकारी भी नदारद रहे।

दिल्ली सरकार के मंत्री, आम आदमी पार्टी के कई विधायक, कार्यकर्ता और अन्य आमंत्रित लोगों ने ही पार्टी में हिस्सा लिया। इफ्तार से ठीक कुछ समय पहले सीएम केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन पहुंचे।

दावत में उपराज्यपाल अनिल बैजल, पूर्व सीएम शीला दीक्षित, नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता और पुलिस कमिश्नर को हमेशा की तरह बुलाया गया, लेकिन इन चेहरों में से कोई भी इफ्तार पार्टी में नहीं पहुंचा।

सीएम ने आगे कहा कि जो मिशन लेकर आम आदमी पार्टी लेकर चली है, उसी दिशा में काम हो रहा है और उसमें सफलता मिले। काम करने में आ रही अड़चने खत्म हों। पाक साफ होने पर ऊपर वाला भी इंसान की मदद करता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि जो विभाजनकारी तत्व समाज को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं उनके खिलाफ उठ खड़े हों।

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