भारत ने ओडिशा में कम दूरी की त्वरित प्रतिक्रिया मिसाइल परीक्षणों की श्रृंखला के तहत सतह से हवा में मार करने में सक्षम मिसाइल ‘स्पाइडर’ का आज परीक्षण किया है। वायु रक्षा प्रणाली को और मजबूत करने के साथ अत्याधुनिक हथियार प्रणाली के विभिन्न मापदंडों की पुष्टि करने में यह काफी कारगर साबित होगी। ‘स्पाइडर’ कम समय में वायु में शत्रु पर हमला करने के लिए बनाई गई सतह से हवा में वार करने वाली मिसाइल है। यह इजराइल से ली गई मिसाइल प्रणाली है। कम ऊंचाई में इसकी मारक क्षमता 15 किलोमीटर तक है। हालांकि यह भारत में निर्मित जमीन से हवा में मार करने में सक्षम ‘आकाश’ मिसाइल से छोटी है। बता दें कि आकाश की मारक क्षमता 25 किलोमीटर है।
अग्नि-2 का सफल परीक्षण
गौरतलब है कि अभी कुछ दिन पहले ही भारतीय सेना की विशेषीकृत मिसाइल हैंडलिंग यूनिट स्ट्रैटजिक फोर्सेज कमांड ने ओडिशा तट पर मध्यम दूरी की परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-2 का सफल परीक्षण किया। अग्नि-2 मिसाइल में दो ठोस ईंधन और एक पोस्ट बूस्ट व्हिकल (PBV) है, जो मिसाइल के रिएंट्री व्हिकल (RV) से जुड़ा हुआ है। यह 20 मीटर लंबी मिसाइल दो भागों में बंटी हुई है। अग्नि-2 मिसाइल की मारक क्षमता 2,000 किलोमीटर से अधिक है। यह 20 मीटर लंबी है और इसका वजन 17 टन है। यह 1,000 किलोग्राम तक भार उठा सकती है।