नरेंद्र मोदी की सरकार ने तीन साल पूरे कर लिए हैं। बीते तीन सालों में पीएम मोदी ने कई नई योजनाओं को शुरू किया। उनमें एक सबसे बड़ी और अहम योजना है मेक इन इंडिया। इस योजना के जरिए मोदी जी ने देश की जनता को जागरूक किया कि वे अपने ही देश में खुद नई चीजों का अविष्कार करें और उसी का इस्तेमाल भी करें। पीएम की इस योजना का असर देशभर में देखने को मिल भी रहा है। इस बार सैन्य क्षेत्र में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से नौसेना के लिए खरीदे जाने वाले 16 हेलिकॉप्टरों का सौदा रद्द कर दिया है। यह सौदा 6,500 करोड़ रुपये का था।
गौरतलब है कि पीएम मोदी अमेरिका दौरे पर जाने वाले है। ऐसे में उनके दौरे से पहले अमेरिका के साथ 6,500 करोड़ का रक्षा समझौता रद्द करना उसके लिए बहुत बड़ा झटका है। भारतीय नौसेना के लिए 16 हेलिकॉप्टर खरीदने के लिए अमेरिकी विमानन निर्माता कंपनी सिकोरस्की एयरक्राफ्ट से 6,500 करोड़ रुपये का सौदा हुआ था
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस बात की सूचना देते हुए बताया कि हेलिकॉप्टर की कीमत को लेकर यह सौदा पिछले दो सालों से लटका था। अमेरिकी विमानन निर्माता कंपनी सिकोरस्की की ओर से इस सौदे की अवधि बढ़ाने से इनकार करने के बाद भारत ने यह फैसला लिया है।
गौरतलब है कि मेक इन इंडिया के तहत देश के रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने भी हाल ही में एक बड़ी घोषणा की थी। रक्षा मंत्रालय ने देश की रक्षा के लिए नए मिसाइल और हथियारों को विदेशी कंपनियों से खरीदने के बजाए देश की आर्मी मिसाइल कॉन्ट्रेक्ट रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन यानि डीआरडीओ को ही नए हथियारों के निर्माण का ठेका दिया है। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने डीआरडीओ को इस निर्माण कार्य के लिए करीब 18,000 करोड़ रूपये की राशि देने का ऐलान किया था।