यूपी के शाहजहांपुर में चर्चित IFS अधिकारी ए के जैन की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। आईएफएस अधिकारी ए के जैन की लखनऊ में वन विभाग में चीफ कंजरवेटर के पद पर तैनात थे और नोएडा से लखनऊ जा रहे थे। हादसे में कार में सवार दो लोग भी घायल हुए हैं। घायलों में IFS अधिकारी ए के जैन के अर्दली संदीप और उनका ड्राइवर नाजिम है। दोनों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। घटना शाहजहांपुर के थाना तिलहर क्षेत्र के नेशनल हाईवे 24 के नगरिया मोड़ के पास की है। जहां पर नोएडा से लखनऊ जा रहे थे। वर्तमान में ए के जैन जापान के सहयोग से चलाई जा रही योजना ‘जायका’ के चीफ प्रोजेक्ट डायरेक्टर थे और सरकारी दौरे पर जा रहे थे।

हत्या की आशंका, सीएम योगी से सीबीआई जांच की मांग

आगरा में प्रमुख वन संरक्षक रहते हुए सोनभद्र में हजारों करोड़ रुपये की वन भूमि घोटाले का खुलासा करने वाले ए के जैन बेहद ईमानदार और दबंग अफसर थे। जैन के परिवारीजनों ने हत्या की आशंका जताई है। ए के जैन के भाई विवेक जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीबीआई जांच की मांग की है। परिजनों  को ड्राइवर की भूमिका संदिग्ध लगी है। जैन को कई बार जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।

आईएफएस अधिकारी एके जैन की कार को तेज रफ्तार ट्रक ने पीछे से जोरदार टक्कर मारी। टक्कर इतनी तेज थी कि जैन की कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई और इस हादसे में आईएफएस अधिकारी एके जैन की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि, घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉक्टरों ने आइएफएस अधिकारी एके जैन को मृत घोषित कर दिया।

IAS संजीव सरण पर करोड़ों के नोट बदलने, गबन के लगाए थे आरोप

आईएफएस अधिकारी एके जैन की मौत सवालों के घेरे में है। दरअसल इसके पीछे साजिश की आशंका जताई जा रही है। क्योंकि, आईएफएस अधिकारी एके जैन ने ही आगरा में तैनाती के दौरान वन विभाग के प्रमुख सचिव संजीव सरन पर नोटबंदी के दौरान करोड़ों के नोट बदलने और गबन करने और लंदन-दुबई में करोड़ों रुपये के होटल होने का दावा किया था। इतना ही नहीं जैन ने उन पर विभागीय संसाधनों का अंधाधुंध तरीके से दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए पूरा मामला सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने लाने की चेतावनी भी दी थी।

अधिकारी की जान लेनेवाला ट्रक भी नोएडा का

ये शक और भी तब गहरा जाता है जब आईएफएस अधिकारी की सड़क दुर्घटना में मौत की नींद सुलानेवाले ट्रक भी नोएडा का ही निकला। ऐसे में क्या आईएफएस अधिकारी एके जैन की हत्या की गई, जान-बूझकर उनकी हत्या का प्लान इस तरह बुना गया कि, उसे एक्सीडेंट का रूप दिया जा सके ? टक्कर मारने वाले नोएडा के ट्रक का मालिक कौन है और क्या उसकी आईएफएस अधिकारी एके जैन से कोई रंजिश थी? इन सभी सवालों का जवाब तभी मिल सकेगा जब मौत की विस्तृत जांच होगी।

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