अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच लगातार तनातनी बढ़ती जा रही हैं जिसमें अक्सर हमें राष्ट्रपति ट्रम्प और किंम जोंग उन की जुबानी जंग देखने को मिल जाती है। वहीं पाकिस्तान पर भी अमेरिका के कुछ सख्त टिप्पणियां अक्सर सुनने को मिल जाती हैं। इसी बीच अब पूर्व अमेरिकी सीनेटर ने पाकिस्तान और उत्तर कोरिया को बेहद दुष्ट राष्ट्र करार देते हुए कहा है कि पाकिस्तान उत्तर कोरिया से भी ज्यादा खतरनाक और खूंखार है।

बता दें कि प्रेसलर अमेरिका के शीर्ष थिंक टैंक द हडसन इंस्टीट्यूट में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। दरअसल उन्होंने यह बात अपनी नयी किताब ‘नेबर्स इन आर्म्स: ऐन अमेरिकन सीनेटर्स क्वेस्ट फोर डिसार्ममेंट’ की चर्चा करते हुए कहा, ‘मैं पाकिस्तान को इस लिहाज से उत्तर कोरिया से कहीं ज्यादा खतरनाक मानता हूं कि पाकिस्तान में परमाणु हथियारों का केंद्रीकृत नियंत्रण नहीं है।

इस दौरान अमेरिकी सीनेट की आर्म्स कंट्रोल सब कमेटी के प्रमुख रहे लैरी प्रेसलर ने कहा कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों का इस्तेमाल अमेरिका के खिलाफ कभी भी किया जा सकता है और यह अमेरिका के लिए बहुत ही विनाशकारी सिद्ध हो सकता है। प्रेसलर के अनुसार पाकिस्तान के परमाणु हथियार आसानी से अमेरिका लाए जा सकते हैं उसी तरह जैसे 9/11 में 20 या 30 लोगों द्वारा संचालित अभियान था।

इतना ही नहीं प्रेसलर का यह तक कहना है कि अमेरिका को पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित कर देना चाहिए और यहां तक कि हमें पाकिस्तान पर कुछ प्रतिबंध लगाने चाहिए। पूर्व सीनेटर ने यह भी कहा कि उन्होंने भारत को और ऊंचे स्तर पर देखने के लिए अपनी किताब में कुछ सुधारों की सिफारिश की है।

प्रेसलर का यह भी मानना है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियार का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान और उत्तर कोरिया दोनों अमेरिका के हित के बारे में नहीं सोचते। पाकिस्तान आतंकियों को पनाह दे रहा है और उत्तर कोरिया अमेरिका के लिए खतरा है।

इसी के साथ उपसमिति के प्रमुख के तौर पर प्रेसलर ने 1990 में लागू किए गए उस संशोधन की वकालत की थी जिसे अब प्रेसलर अमेंडमेंट (संशोधन) के तौर पर जाना जाता है।

बता दें कि इससे पहले यह भी खबर आई थी कि पाकिस्तानी परमाणु हथियार नियंत्रित नहीं हैं। उनकी बिक्री या चोरी हो सकती है और उन्हें पाकिस्तान से दुनिया में कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता था।

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